India-China Troops Clash: तवांग मुद्दे पर राजनाथ सिंह संसद में देंगे बयान, NSA डोभाल और CDS ने सौंपी रिपोर्ट

India-China Troops Clash:  अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने आज बैठक बुलाई. यह बैठक राजनाथ सिंह के आवास पर हुई. इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख, एनएसए अजीत डोभाल समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे. अरुणाचल प्रदेश के तवांग में LAC के पास भारत-चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प, मिला करारा जवाब; भागना पड़ा.

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी. डिफेंस सोर्स ने बताया कि सुरक्षाबलों ने उन्हें हाल ही में तवांग में दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच हुई झड़पों के बारे में अपडेट किया.

भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज संसद में बयान देंगे. सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज दोपहर 12 बजे लोकसभा में और दोपहर 2 बजे राज्यसभा में बयान देंगे.

नौ दिसंबर हुई दोनों सेनाओं के बीच झड़प

भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें ‘‘दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए.’’

पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध के बीच पिछले शुक्रवार को संवेदनशील क्षेत्र में एलएसी (लाइन ऑफ एक्जुअल कंट्रोल) पर यांग्त्से के पास झड़प हुई.

जवानों को आई चोटें 

भारतीय थलसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘पीएलए (चीन की सेना) के सैनिकों के साथ तवांग सेक्टर में एलएसी पर नौ दिसंबर को झड़प हुई. हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों का दृढ़ता से सामना किया. इस झड़प में दोनों पक्षों के कुछ जवानों को मामूली चोटें आईं.’’

सेना के बयान में झड़प में शामिल सैनिकों और घटना में घायल हुए सैनिकों की संख्या का उल्लेख नहीं किया गया. हालांकि, एक सूत्र ने संकेत दिया कि इसमें 200 से अधिक चीनी सैनिक शामिल थे और वे डंडे और लाठियां लिए हुए थे और चीनी पक्ष की ओर घायलों की संख्या अधिक हो सकती हैं. लेकिन इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं है. पूर्वी लद्दाख में रिनचेन ला के पास अगस्त 2020 के बाद से भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच यह पहली बड़ी झड़प है.