India-Canada Row: आखिर खालिस्तानी आतंकी निज्जर को कनाडा ने क्यों दी नागरिकता? अपने ही जाल में बुरे फंसे जस्टिन ट्रूडो
कनाडा के प्रधानमंत्री ने एक मोस्ट वांटेड आतंकी को कनाडाई नागरिक बताया और भारत पर सवाल उठाए. लेकिन निज्जर को कनाडा की नागरिकता कब और कैसे मिली यह जानना भी हर किसी के लिए जरूरी है. क्यों कि इससे दुनिया को कनाडा में बढ़ रही भारत विरोधी गतिविधियों का पता चलेगा.
नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या का मामला एक बार फिर सुर्खियों में हैं. वहज है, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का भारत पर लगाया गया आरोप. ट्रूडो ने कनाडाई संसद से भारत पर जमकर निशाना साधा और हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि कनाडाई नागरिक और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत शामिल था. हालांकि भारत ने कनाडा के इन आरोपों को बेतुका, प्रेरित और आधारहीन बताकर तत्काल ही खारिज कर दिया था. कनाडा में खालिस्तानियों के साथ ISI की सीक्रेट मीटिंग, ट्रूडो के देश में भारत के खिलाफ पाकिस्तान फैला रहा जहर.
18 जून 2023 को कनाडाई नागरिक और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड पर ट्रूडो ने सोमवार को ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में अपने बयान में कहा, "कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी विदेशी सरकार की भागीदारी हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है और यह अस्वीकार्य है."
कनाडा के प्रधानमंत्री ने एक मोस्ट वांटेड आतंकी को कनाडाई नागरिक बताया और भारत पर सवाल उठाए. लेकिन निज्जर को कनाडा की नागरिकता कब और कैसे मिली यह जानना भी हर किसी के लिए जरूरी है. क्यों कि इससे दुनिया को कनाडा में बढ़ रही भारत विरोधी गतिविधियों का पता चलेगा.
आतंकी घोषित होते ही दे दी नागरिकता
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर 3 मार्च, 2015 से कनाडाई नागरिक था. जबकि, निज्जर 1997 में फर्जी पासपोर्ट के साथ कनाडा में दाखिल हुआ. जिसके बाद उसने कनाडा सरकार से शरणार्थी का दर्जा मांगा, जिसे कनाडाई सरकार ने खारिज कर दिया. कनाडा पहुंचने के 11 दिन बाद निज्जर ने एक कनाडाई नागरिक से शादी कर ली और इस आधार पर आव्रजन की मंजूरी मांगी. इसे भी कनाडाई सरकार ने खारिज कर दिया.
अब सवाल उठता है कि आखिर 17 साल तक निज्जर कनाडा में अवैध रूप से कैसे रहा रहा था. इस बीच उसने तमाम विदेश यात्राएं की थीं, तो किस पासपोर्ट के साथ की थीं. और आखिर में सबसे बड़ा सवाल कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर को 2015 में तब ही नागरिकता क्यों दी गई, जब भारत ने उसे भगोड़ा आतंकी घोषित कर उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया था.
जस्टिन ट्रूडो के पास जवाब नहीं?
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के बारे में संसद में लगाए गए उनके आरोपों को भारत द्वारा खारिज किए जाने के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया. ‘पीटीआई-’ ने ट्रूडो से भारत द्वारा उनके आरोपों को खारिज करने को लेकर सवाल पूछा लेकिन उन्होंने इनका जवाब नहीं दिया और अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ वहां से चले गए.