लद्दाख: लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव को कम करने के लिए भारतीय सेना (Indian Army) और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बीच सोमवार को बातचीत होगी. न्यूज एजेंसी ANI ने भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी साइड पर मोल्डो (Moldo) में चुशुल के सामने ये बैठक होगी. बता दें कि दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव कम करने को लेकर देशों के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है. यह सिलसिला अभी जारी है.
भारत-चीन सीमा पर तनाव को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने रविवार को बैठक की. इस बैठक में भारत-चीन के बीच एलएसी पर तनाव को लेकर हालात की समीक्षा की गई. बैठक में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे. बैठक में निर्णय लिया गया कि भारत ने एलओसी पर तनाव नहीं बढ़ाया है, लेकिन यदि दूसरा पक्ष तनाव बढ़ाता है तो उसी भाषा में उसे जवाब दिया जाएगा. यह भी पढ़ें- भारतीय सेना ने LAC पर चीन के लिए बदले RoE के नियम, फिल्ड कमांडर दे सकेंगे हथियारों के इस्तेमाल की इजाजत.
भारत-चीन के बीच एक बार फिर बातचीत-
India and China to hold Corps Commander-level meeting at Moldo on the Chinese side of the Line of Actual Control opposite Chushul to discuss the ongoing dispute in Ladakh: Indian Army Sources pic.twitter.com/P94dVF3DaN
— ANI (@ANI) June 22, 2020
पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में चीन के साथ हिंसक झड़प की घटना के बाद, भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हथियार न ले जाने के नियमों में बदलाव किया है. सेना ने फील्ड कमांडरों को 'असाधारण' परिस्थितियों में हथियार (बंदूक) के उपयोग की अनुमति दी है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि जमीन पर स्थिति से निपटने के लिए सेना को पूरी स्वतंत्रता दी गई है.
बता दें कि लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच 15 जून को हिंसक झड़प हुई थी. इसमें झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए. वहीं चीनी पक्ष से 40 से अधिक हताहत हुए. हालांकि चीन ने मारे गए अपने सैनिकों की संख्या के बारे में कोई सार्वजनिक जानकारी साझा नहीं की है.