नई दिल्ली, 3 फरवरी : उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर किसानों की सरकार से नारजगी के बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आज मिशन उत्तरप्रदेश की शुरूआत कर दी है. किसानों ने साफ कर दिया है किसान घर घर जाकर पर्चे बटवाएंगे और 'भाजपा को सजा दो' स्लोगन के साथ मैदान में उतरेंगे. इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा ने गुरुवार को प्रेस वार्ता में मिशन यूपी की शुरूआत करते हुए साफ कर दिया कि, किसानों की सरकार के साथ 5 बिन्दुओं पर सहमति बनी, जिसपर सरकार ने पत्र भी जारी किया, उसी के बाद आंदोलन स्थगित हुआ. दुर्भाग्यपूर्ण एमएसपी पर कमिटी आज तक नहीं बनी, किसानों के ऊपर मुकदमे दर्ज वापस होंगे उसपर कोई कार्यवाही नहीं हुई है. पराली पर जुर्माने का मामला था. बिजली बिल पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई.
किसानों ने ऐलान किया है कि, मिशन यूपी को लेकर उत्तरप्रदेश की संयुक्त किसान मोर्चा की 57 किसान सगठनों हमारी मदद करेंगे और घर घर जाकर यूपी के वोटर से अपील करेंगे कि वह नेताओं से सवाल पूछें. हम इन पचरें में अपनी तरफ से कुछ सवाल देंगे जिन्हें जनता सरकार से पूछेगी. किसान चुनाव के दौरान 9 जगहों पर प्रेस वार्ता आयोजित करेंगे, जिनमें मेरठ, मुरादाबाद, लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर और बनारस शामिल हैं. किसान नेता योगेंद्र यादव ने एक बार फिर इस बात को साफ कर दिया कि वह किसी भी पार्टी के लिए वोट नहीं मांगेंगे, वही हमारा उद्देश्य सिर्फ भाजपा को नुकसान पहुंचाना होगा. यह भी पढ़ें : हैकर्स ने ब्लॉकचेन ब्रिज वॉर्महोल से 326 मिलियन डॉलर क्रिप्टोकरेंसी उड़ायी
राकेश टिकैत ने बताया कि, किसानों को बजट से बहुत उम्मीद थी, यूपी उत्तराखंड चुनाव है उधर प्रेस वार्ता करेंगे. हमारी जनता से यही अपील होगी, उनसे सवाल पूछे. क्योंकि सरकार किसी से मिलते नहीं. हम एक साल बेठे रहे हमसे नहीं मिली. हमने कुछ सवाल दिए हैं, वो सवाल पूछें. अपनी भाषा में सरकार को बात पहुंचाने का काम करें. राजस्थान में किसानों को समस्या हुई, हम वहां गए. यूपी में गन्ने का भुगतान 14 दिन में होगा, प्रधानमंत्री ने बोला था. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा. किसानों को 11 महीने में भुगतान हो रहा है. एमएसपी पर फसल की खरीद नहीं हो रही है. हम इस मिशन के तहत सोशल मीडिया के माध्यम से यूपी के युवाओं को संदेश भी भेजेंगे.