Jharkhand: साहिबगंज (Sahibganj) में दिल्ली के श्रद्धा वाल्कर हत्याकांड जैसी दिल दहलाने वाली वारदात की जांच के लिए 12 सदस्यीय एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) बनाई गई है. पुलिस ने क्रूरता पूर्वक मौत के घाट उतारी गई रबिता पहाड़िया के शव के 18 टुकड़े अलग-अलग स्थानों से बरामद किए हैं. रबिता से डेढ़ माह पहले लव मैरिज करने वाले दिलदार अंसारी ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. इस वारदात में साझीदार उसके परिवार के कुल आठ लोगों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किया है. मामले की जांच कर रही एसएआईटी की अगुवाई खुद एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा कर रहे हैं.
शव के टुकड़ों की तलाश में डॉग स्क्वॉयड को भी लगाया गया है. जो टुकड़े बरामद किए गए हैं, उनका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. फॉरेसिंक साइंस लेबोरेटरी की टीम ने भी वारदात स्थल से साक्ष्य जुटाए हैं. रबिता के सिर के भी कई टुकड़े कर दिए गए थे. जबड़े का एक भाग बरामद किया गया है, लेकिन सिर का ऊपरी हिस्सा अब तक नहीं मिला है. जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें रबिता का पति दिलदार अंसारी, उसके पिता मो.
झारखंड में श्रद्धा मर्डर केस की तरह एक सनसनी खेज़ ख़बर आई सामने, पति पर पत्नि की हत्या का आरोप, शव के 50 टुकड़े किए गए. #Jharkhand #MurderCase #DildarAnsari #Sahibganj #RubikaPahadin pic.twitter.com/KnfNmQywhs
— News18 India (@News18India) December 19, 2022
मुस्तकिम अंसारी, मां मरियम खातून, पहली पत्नी गुलेरा अंसारी, भाई अमीर अंसारी, महताब अंसारी, बहन सरेजा खातून शामिल हैं. इस वारदात का मास्टर माइंड दिलदार का मामा मोइनुद्दीन अंसारी बताया जा रहा है, जिसे अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
बता दें कि यह वारदात साहिबगंज जिले के बोरिया थाना क्षेत्र का है. पहले से शादीशुदा दिलदार अंसारी इसी थाना क्षेत्र की रहने वाली आदिम जनजाति समुदाय की 22 वर्षीय रबिता पहाड़िया से कथित तौर पर प्यार करता था. वह उसे किराए के एक मकान में लेकर रहता था. करीब डेढ़ माह पहले उसने रबिता से शादी की थी, लेकिन उसके घर वाले इससे खुश नहीं थे. दिलदार ने बीते शनिवार को रबिता के गुमशुदा होने की सूचना पुलिस को दी थी, लेकिन इसके पहले ही उसने गला दबाकर हत्या करने के बाद उसके शव के करीब 50 टुकड़े कर डाले थे.
इधर शनिवार रात में बोरियो संथाली पंचायत के मुखिया एरिका स्वर्ण मरांडी के पुत्र मनोज दास ने पुलिस को निर्माणधीन आंगनबाड़ी केंद्र के पास कुछ मानव अंग पड़े होने और उसे कुत्तों द्वारा नोचे जाने की सूचना दी. इसपर पुलिस ने वहां पहुंचकर मामले की जांच शुरू की. जिस स्थान पर मानव शरीर के दो-तीन टुकड़े मिले, उससे करीब तीन सौ मीटर दूर बंद पड़े मकान की तलाशी लेने पर बोरे में मांस के कई टुकड़े और हड्डियां बरामद की गईं। यह मकान दिलदार के एक दोस्त मैनुल का बताया जाता है.
पुलिस ने तुरंत दिलदार अंसारी को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की. उसने स्वीकार किया है कि उसने अपनी मां और मामा के साथ मिलकर खास तरीके के दो हथियारों से रबिता के शव के 50 से ज्यादा टुकड़े किए हैं.
इधर, रबिता के पिता सूरजा पहाड़िया ने बताया कि शनिवार को दिलदार ने ही उन्हें रबिता के गायब होने की जानकारी दी थी. इसके बाद वे लोग पुलिस के पास पहुंचे थे. रबिता के बहन शीला पहाड़िया के मुताबिक उसने घरवालों के विरोध के बावजूद बोरियो बेल टोला निवासी और पेशे से कबाड़ी दिलदार अंसारी के साथ घर से भागकर शादी कर ली थी. शादी के बाद से दिलदार और उसके परिवार के सदस्य उस पर धर्म बदलने का दबाव डाल रहे थे. वह शादी के कुछ दिनों बाद अपने मायके आ गई थी. दस दिन पहले उसे दिलदार वापस ले गया और इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई.