ग्वालियर में लोगों ने नाथूराम गोडसे को फांसी दिए जाने वाले दिन को 'बलिदान दिवस' के तौर पर मनाकर की पूजा, सभी के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मामला
महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को फांसी दिए जाने वाले दिन को 'बलिदान दिवस' के तौर पर मनाकर उनकी पूजा करने वालों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस नरेश बाथम सहित उनके साथियों की तलाश कर रही है. गोडसे के 70वें 'बलिदान दिवस' पर उनकी पूजा-अर्चना की थी. साथ ही कुछ पर्चे भी बांटे थे.
महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) को फांसी दिए जाने वाले दिन को 'बलिदान दिवस' (Balidan Diwas) के तौर पर मनाकर उनकी पूजा करने वालों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस नरेश बाथम सहित उनके साथियों की तलाश कर रही है. कांग्रेस के प्रदेश सचिव रविंद्र सिंह चौहान ने ग्वालियर की कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी कि हिंदू महासभा के कार्यालय में नाथूराम गोडसे का 'बलिदान दिवस' मनाया गया, साथ ही ऐसे पर्चे बांटे गए जिनमें महात्मा गांधी के खिलाफ अशिष्ट भाषा का इस्तेमाल किया गया है.
पुलिस ने इस मामले में नरेश बाथम सहित अन्य के खिलाफ भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज किया है. ग्वालियर परिक्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) राजबाबू सिंह ने रविवार को आईएएनएस को बताया, "हिंदू महासभा के लोगों द्वारा कुछ पर्चे बांटे गए हैं जिनकी भाषा आपत्तिजनक है. इस शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. जांच की जा रही है."
उन्होंने आगे कहा, "इस तरह के आयोजनों से समाज का माहौल बिगड़ता है, इसलिए पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है. गोडसे की पूजा के समय की तस्वीरें और वीडियो उपलब्ध है, उसी के आधार पर जांच की जाएगी और आरोपियों पर कार्रवाई होगी." ज्ञात हो कि, हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को ग्वालियर के दौलतगंज स्थित कार्यालय में नाथूराम गोडसे के 70वें 'बलिदान दिवस' पर उनकी पूजा-अर्चना की थी. साथ ही कुछ पर्चे भी बांटे थे.