बेंगलुरु से एक चौंकाने वाली खबर आई है जहां 12 साल की एक बच्ची को तरल नाइट्रोजन से भरे पान खाने के बाद गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची के स्मोकी पान खाने के बाद अचानक ही पेट में दर्द होने लगा. इसके बाद जल्द ही उसके परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसके पेट में छेद हो गया है.
बच्ची को नारायण मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, HSR लेआउट में भर्ती कराया गया. मुख्य सर्जन डॉक्टर विजय एचएस ने बताया कि बच्ची के पेट में 4x5 सेंटीमीटर का एक छेद हो गया था. उन्हें पेट के छेद को ठीक करने के लिए एक जटिल सर्जरी करनी पड़ी. ये भी पढ़ें- Smokey Biscuit 'Death' Viral Video: स्मोकी बिस्किट (लिक्विड नाइट्रोजन) खाने से बच्चे की मौत का दावा गलत, जानें वायरल वीडियो की असली सच्चाई
डॉक्टर विजय ने बताया कि बच्ची को पेट की परत में छेद (perforation peritonitis) हो गया था, जो एक जानलेवा स्थिति है. उन्होंने खाद्य पदार्थों में तरल नाइट्रोजन का उपयोग करने के खतरों के बारे में लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी. उन्होंने 2017 में गुरुग्राम में हुई एक घटना का भी उल्लेख किया, जिसमें एक व्यक्ति ने तरल नाइट्रोजन वाले कॉकटेल पीने के बाद चोटें आई थीं.
छह दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद बच्ची को छुट्टी मिल गई.
यह घटना तरल नाइट्रोजन जैसे खतरनाक पदार्थों से जुड़ी खाद्य प्रवृत्तियों के संभावित खतरों की एक खतरनाक याद दिलाता है. इससे पहले, 25 अप्रैल को, तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग ने एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों को परोसने से पहले तरल नाइट्रोजन को पूरी तरह से वाष्पित कर दिया जाना चाहिए. यह निर्देश कर्नाटक के दावणगेरे में एक प्रदर्शनी में "स्मोक वाली बिस्कुट" खाने के बाद एक लड़के के बीमार होने के बाद जारी किया गया था.
एक सोशल मीडिया यूजर ने लड़के के बिस्कुट खाने और उसके बाद असहज होने का एक वीडियो पोस्ट किया था. लड़के को तुरंत अस्पताल ले जाया गया था. यह घटना सभी के लिए एक सबक है कि खाद्य प्रवृत्तियों के पीछे के खतरों के बारे में जागरूक रहना कितना ज़रूरी है. यह खतरनाक पदार्थों का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतना और सुरक्षा सुनिश्चित करना ज़रूरी है.