अरब सागर में चक्रवाती तूफान उठने की आशंका, महाराष्ट्र सरकार ने मछुआरों को समुद्र में ना जाने की दी सलाह

दक्षिण पश्चिम मानसून के केरल में आने के साथ ही देशभर में लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिल सके. इस बीच मौसम विभाग ने अरब सागर में एक कम दबाव वाले क्षेत्र के निर्माण होने के कारण चक्रवात तूफान उठने की संभावना जताई गई है.

मानसून (Photo Credits: IANS/File)

मुंबई: दक्षिण पश्चिम मानसून के केरल में आने के साथ ही देशभर में लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिल सके. इस बीच मौसम विभाग ने अरब सागर में एक कम दबाव वाले क्षेत्र के निर्माण होने के कारण चक्रवात (cyclone) तूफान उठने की संभावना जताई गई है.

महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को कहा कि 11-12 जून के बीच देश के पश्चिमी तट से करीब 300 किलोमीटर दूर अरब सागर में एक चक्रवात की संभावना है. इस चक्रवात से तेज हवाओं के अलावा समुद्र में उंची लहरे उठने की आशंका है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने इस दौरान मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है.

अधिकारियों ने कहा कि इस अवधि के दौरान मानसून के कोंकण और मुंबई क्षेत्रों में पहुंचने की उम्मीद है. दरअसल मानसून आम तौर पर 7 जून तक मुंबई पहुंच जाता है. लेकिन इस साल मानसून में करीब हफ्तेभर की देरी के कारण यह राज्यभर में अगले 15 दिनो में पहुचेगी.

गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में कई जिले में आज मानसून पूर्व भारी बारिश और गरज के साथ आंधी-तूफान चली. इसकी चपेट में आने से नाशिक जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा तीन अन्य घायल हो गए.

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार की शाम तूफानी हवाओं के चलते नासिक में कुछ जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति करीब पांच घंटे तक ठप रही. एक अधिकारी ने कहा, ‘‘वडाला में तूफानी हवाओं के साथ हुई बारिश के चलते टीन की एक छत के गिर जाने से 70 साल की एक महिला की मौत हो गई.’’

पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिले के येओला नगर में भी मानसून पूर्व भारी बारिश हुई जहां कुछ मकानों को क्षति पहुंची है. उन्होंने बताया कि भारी बारिश के चलते निफाड तहसील में एक प्याज भंडारण शेड तथा मन्माड में एक ग्रीनहाउस भी नष्ट हो गया.

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