अवैध खनन मामले में बढ़ सकती है UP के पूर्व CM अखिलेश यादव की मुश्किलें, CBI करेगी उनकी भूमिका की जांच
सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Photo Credit-PTI)

लखनऊ: रेत के अवैध खनन मामले (Illegal Sand Mining case) की आंच अब उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम (Uttar Pradesh Ex Chief Minister) अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) तक पहुंचती दिखाई दे रही है. दरअसल, सीबीआई (CBI) ने शनिवार को इस मामले में आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला (B Chandrakala) के घर समेत उत्तर प्रदेश के 14 स्थानों पर छापेमारी की. सीबीआई द्वारा छापेमारी की ये कार्रवाई जालौन, हमीरपुर, नोएडा, लखनऊ और कानपुर में की गई. अब इस मामले में सीबीआई उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा के मुखिया अखिलेश यादव की भूमिका की जांच करने के लिए उनसे पूछताछ कर सकती है.

अवैध रेत खनन मामले में बीएसपी नेता सत्यदेव दीक्षित और एसपी एमएलसी रमेश मिश्रा के आवासों पर भी छापेमारी की गई है. वहीं सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, सरकारी अधिकारियों समेत 11 लोग अवैध खनन के इस मामले में शामिल थे. बताया जा रहा है कि प्रतिबंध अवधि के दौरान भी सरकार के अधिकारियों ने खनन की अनुमति दी थी.

इस मामले में सीबीआई का कहना है कि साल 2012 से 2017 तक अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, जबकि साल 2012 से 2013 तक वो खनन मंत्री थे. ऐसे में उस दौर में जो भी मंत्री थे, उनकी भूमिका की जांच की जाएगी. यह भी पढ़ें: अवैध खनन मामलाः आईएएस बी चंद्रकला के आवास पर CBI की छापेमारी, कई अहम दस्तावेज बरामद

दरअसल, इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, 'आदिल खान, बी चंद्रकला, तत्कालीन खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, सपा एमएलसी रमेश मिश्रा और उनके भाई, खनन लिपिक राम आश्रय प्रजापति, अंबिका तिवारी (हमीरपुर), खनन क्लर्क अवतार सिंह, उनके रिश्तेदार और संजय दीक्षित रेत के अवैध खनन मामले में आरोपी हैं.

गौरतलब है कि यूपी के हमीरपुर में हुए अवैध खनन के मामले में सीबीआई ने शनिवार को तत्कालीन डीएम बी. चन्द्रकला के लखनऊ आवास पर छापा मारा. छापेमारी के दौरान सीबीआई टीम ने उनके घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए. बता दें कि अखिलेश यादव की सरकार में आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला की पोस्टिंग हमीरपुर जिले में बतौर जिलाधिकारी हुई थी.