भविष्य ठीक करना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि महिलाएं निर्णयों के केंद्र में रहेंगी: स्मृति ईरानी
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि यदि आप अपना भविष्य ठीक करना चाहते हैं, जरूरतों के अनुरूप तैयार रहना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि महिलाएं आपके निर्णयों के केंद्र में रहें.
नई दिल्ली, 11 फरवरी : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी (Smriti Irani) ने कहा कि यदि आप अपना भविष्य ठीक करना चाहते हैं, जरूरतों के अनुरूप तैयार रहना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि महिलाएं आपके निर्णयों के केंद्र में रहें. 'जी-20 सशक्तिकरण' की पहली बैठक शनिवार को यूपी के आगरा शहर में जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के भव्य स्वागत के साथ शुरू हुई. हवाईअड्डे से लेकर बैठक स्थल तक के रास्ते में पूरे शहर के लोगों ने अपने हाथों में झंडा थामे उत्सव मनाया और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए.
आगरा में आयोजित जी-20 सशक्तिकरण की पहली बैठक के पहले दिन ईरानी ने कहा, यदि आप अपना भविष्य ठीक करना चाहते हैं, यदि आप भविष्य की जरूरतों के अनुरूप तैयार रहना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि महिलाएं विचार-विमर्श के केंद्र में हों और महिलाएं आपके निर्णयों के भी केंद्र में रहेंगी. यह भी पढ़ें : Maharashtra: अनिल देशमुख ने जेल से छूटने के बाद पहली बार नागपुर का दौरा किया, कहा – मुझे फंसाया गया
मंत्री ने अपने मुख्य भाषण में इस ओर भी ध्यान दिलाया कि कैसे भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता इतिहास का एक गौरवशाली क्षण है. उन्होंने कहा कि भारत सभी के कल्याण के लिए व्यावहारिक वैश्विक समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का इच्छुक है और ऐसा करते हुए वह सही अर्थो में 'वसुधैव कुटुम्बकम्' की भावना को प्रदर्शित करता है. उन्होंने विशेष रूप से भारत में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की प्रसार की कहानी पर जोर दिया, जमीनी स्तर पर महिलाओं के नेतृत्व के महत्व और हर महिला को बैंकिंग एवं वित्तीय सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयासों पर प्रकाश डाला. इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में एक लैंगिक समावेशन कोष के माध्यम से भारत में लैंगिक न्याय सुनिश्चित करने के प्रयासों, हर घर में शौचालय के निर्माण और मासिक धर्म के दौरान बरती जानी वाली स्वच्छता संबंधी प्रोटोकॉल की शुरुआत का भी हवाला दिया.
उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन, रोडमैप व नीतियों को विकसित करने और समानता तथा महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देने के लिए साझा ताकतों को एक-साथ लाने का अवसर प्रदान करता है. जी-20 सशक्तिकरण, व्यवसायों व सरकारों के बीच सर्वाधिक समावेशी और कार्रवाई-आधारित गठबंधन बनने का प्रयास करता है, ताकि जी-20 देशों में महिलाओं के नेतृत्व और सशक्तिकरण में तेजी लाई जा सके.
गौरतलब है कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता के तहत तीन प्रमुख क्षेत्र होंगे : 'महिला उद्यमिता : समानता और अर्थव्यवस्था, दोनों के लिए जीत के अवसर', 'जमीनी स्तर सहित सभी स्तरों पर महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी' तथा 'शिक्षा- महिला सशक्तिकरण और कार्यबल में समान भागीदारी की कुंजी'.
जी-20 सशक्तिकरण की पहली बैठक आगरा के ताज कन्वेंशन होटल में 11 और 12 फरवरी 2023 को आयोजित की जा रही है. जी-20 सशक्तिकरण; व्यवसायों और सरकारों के बीच सर्वाधिक समावेशी और कार्रवाई-आधारित गठबंधन बनने का प्रयास करता है, ताकि जी-20 देशों में महिलाओं के नेतृत्व और सशक्तिकरण में तेजी लाई जा सके. बैठक के पहले दिन की शुरुआत आयुष मंत्रालय द्वारा सुबह के समय आयोजित योग सत्र से हुई, जिसका उद्देश्य शारीरिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर करने की दिशा में योग से होने वाले लाभों का प्रसार करना था.