ICMR की तरफ से सभी राज्यों को एडवाइजरी, चीन की 2 कंपनियों के रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट का इस्तेमाल न करने की सलाह
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले कम होने का नाम नही ले रहे है. इस बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) ने राज्य सरकारों को रैपिड एंटीबॉडी जांच को लेकर संशोधित एडवाइजरी जारी की है. उनकी तरफ से कहा गया है
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के जांच के लिए चीन से रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट (Rapid Antibody Test Kit) मगाया गया था. लेकिन किट में गड़बड़ी पाए जाने के बाद भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) की तरफ से सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी (Advisory) जारी किया गया है.आईसीएमआ की तरफ से देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आग्रह किया गया है कि वे चीन से आए गुआंगझोउ वोंडफो और झुहाई लिवजोन डायग्नोस्टिक्स किट का इस्तेमाल न करें.
दरअसल चीन की ये दोनों कंपनियों ने कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए भारत में करीब सात लाख रैपिड टेस्ट किट भेजी थीं. जो इन किटों में गड़बड़ी पाए जाने के बाद कई राज्यों से इसके बारे में शिकायत मिली. जिसके बाद लोग चीन से आये किट पर सवाल उठाने लगे. ऐसे में इस मुसीबत की घड़ी में लोगों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ ना हो भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान ने इन दोनों कंपनियों के किट को इस्तेमाल नहीं करने को लेकर एडवाइजरी, जारी हुआ है. यह भी पढ़े: कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए होगा रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट, ICMR ने बनाया हॉटस्पॉट इलाकों के लिए नया प्रोटोकॉल
वहीं कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ मंत्रालय के तरफ से दोपहर बाद प्रेस कांग्रेस बताए गए आंकड़ो के अनुसार देश में कोरोनावायरस महामारी के चलते मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 27,892 पहुंच गई है, जबकि संक्रमण के कारण 872 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. वहीं वर्तमान में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 20 हजार 835 है। अब तक उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए 6 हजार 184 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. वहीं इस प्रेस कान्फ्रेसं के दौरान स्वास्थ विभाग की तरफ से चीन के दो एंटीबॉडी टेस्ट किट का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर कहा गया.