IAU ने चंद्रयान-3 लैंडिंग साइट के नाम 'शिव शक्ति' को मंजूरी दी
बेंगलुरु: इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (आईएयू) ने चंद्रयान-3 लैंडिंग साइट के नाम 'शिव शक्ति' को मंजूरी दे दी है.
बेंगलुरु:इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (आईएयू) ने चंद्रयान-3 लैंडिंग साइट के नाम 'शिव शक्ति' को मंजूरी दे दी है.
चंद्रयान-3 मिशन 26 अगस्त, 2023 को कामयाब हुआ था. लैंडिंग साइट के नाम की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की, जिसके बाद 19 मार्च को इसे मंजूरी मिली.
आईएयू द्वारा ग्रहों के नामों के बारे में विस्तृत जानकारी देने वाले ग्रहीय नामकरण के गजेटियर में कहा गया है, "ग्रहीय प्रणाली के नामकरण के लिए आईएयू कार्य समूह ने चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर के लैंडिंग स्थल के लिए स्टेशन का नाम 'शिव शक्ति' को मंजूरी दे दी है."
घोषणा में नाम की उत्पत्ति को इस प्रकार परिभाषित किया गया है, "चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की लैंडिंग साइट भारतीय पौराणिक कथाओं का एक मिश्रित शब्द, जो प्रकृति के मर्दाना (शिव) और स्त्री (शक्ति) द्वंद्व को दर्शाता है." यह भी पढ़े :Google Warning: गूगल ने जारी किया अलर्ट, करोड़ों यूजर्स पर हैकिंग का खतरा! भूलकर भी ना करें ये गलती
28 अगस्त, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो में घोषणा की कि चंद्रयान-3 मिशन के लैंडिंग बिंदु को "शिव शक्ति बिंदु" के रूप में जाना जाएगा.
पीएम मोदी ने कहा था कि चंद्रयान-2 की लैंडिंग की विफलता वाले स्थान को "तिरंगा बिंदु" कहा जाएगा और चंद्रमा पर विक्रम लैंडर के टचडाउन का दिन (23 अगस्त) देश में "राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस" के रूप में मनाया जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के कमांड सेंटर में वैज्ञानिकों की सभा को संबोधित करते हुए ये घोषणाएं की थीं.
पीएम मोदी ने कहा था, “भारत ने उस टचडाउन पॉइंट का नाम “शिव शक्ति पॉइंट” रखने का फैसला किया है, जहां विक्रम लैंडर ने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी. "शिव" शब्द का अर्थ मानवता का कल्याण है और ''शक्ति'' मानवता के कल्याण के लिए आवश्यक शक्ति का प्रतीक है.“
पीएम मोदी ने कहा है कि चंद्रमा का शिव शक्ति बिंदु हिमालय से कन्याकुमारी तक एकता का प्रतीक होगा.
पीएम मोदी ने रेखांकित किया था, "शिव शक्ति प्वाइंट आने वाली पीढ़ियों को मानवता के कल्याण के लिए विज्ञान के उपयोग की दिशा में प्रेरित करेगा."