दुष्कर्म के आरोपी आईएएफ अफसर को एयरफोर्स को सौंपा गया
कोयंबटूर के रेड फील्ड्स स्थित आईएएफ एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज में अपने सहयोगी के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने के आरोप में भारतीय वायुसेना के 29 वर्षीय फ्लाइट लेफ्टिनेंट को वायुसेना को सौंप दिया गया है. महिला न्यायालय, कोयंबटूर के न्यायाधीश (प्रभारी) एन थिलागेश्वरी ने गुरुवार को पुलिस को मामले को भारतीय वायु सेना को सौंपने का निर्देश दिया था.
चेन्नई, 1 अक्टूबर: कोयंबटूर के रेड फील्ड्स स्थित आईएएफ एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज में अपने सहयोगी के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने के आरोप में भारतीय वायुसेना के 29 वर्षीय फ्लाइट लेफ्टिनेंट को वायुसेना को सौंप दिया गया है. महिला न्यायालय, कोयंबटूर के न्यायाधीश (प्रभारी) एन थिलागेश्वरी ने गुरुवार को पुलिस को मामले को भारतीय वायु सेना को सौंपने का निर्देश दिया था. आईएएफ ने तर्क दिया कि भारतीय वायु सेना अधिनियम 1950 के प्रावधानों के तहत, कोर्ट-मार्शल कार्यवाही के लिए मामला उन्हें सौंप दिया जाए.
आरोपी के वकील एन. सुंदरवदिवेलु ने तर्क दिया कि मामले की जांच केवल कोर्ट-मार्शल द्वारा की जाती है और अगर दोषी साबित होता है, तो उसे दंडित किया जाएगा. हालांकि, कोयंबटूर ऑल वूमेन पुलिस, जिसने आरोपी को हिरासत में लिया था. उन्होंने तर्क दिया कि उसे आगे की पूछताछ के लिए उन्हें सौंप दिया जाएगा. पुलिस ने आरोपी अधिकारी की दो दिन की हिरासत की मांग की थी. आरोपी की ओर से पेश वकील ने यह भी कहा कि भारतीय वायुसेना को सिटी पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी का संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि सिविल पुलिस द्वारा इक्ठ्ठे किए गए दस्तावेजों के बिना जांच जारी नहीं रखी जा सकती है. यह भी पढ़े: दुष्कर्म पीड़िता आईएएफ अधिकारी का आरोप, चिकित्सा अधिकारियों ने कराया अवैध टेस्ट
फ्लाइट लेफ्टिनेंट को 25 सितंबर को गिरफ्तार किया गया, जब 28 वर्षीय महिला आईएएफ अधिकारी ने शिकायत की थी कि आरोपी द्वारा उसके कमरे में घुसकर उसका यौन उत्पीड़न किया गया. कोयंबटूर पुलिस की प्राथमिकी के अनुसार, महिला आईएएफ अधिकारी ने आरोप लगाया है कि चिकित्सा अधिकारियों सहित आईएएफ अधिकारी शिकायत वापस लेने के लिए उस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे. अदालत द्वारा फैसला सुनाए जाने के तुरंत बाद आरोपी फ्लाइट लेफ्टिनेंट को एयर फोर्स एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज, रेड फील्ड्स ले जाया गया.