मैंने गहलोत का 'अहसान' लौटाया, उनके बेटे को लोकसभा का टिकट मिला: सचिन पायलट
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने यूपीए-2 में केंद्रीय मंत्री के लिए सचिन पायलट की पैरवी की थी, उसके कुछ दिनों बाद पायलट ने बुधवार को कहा कि उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के लिए टिकट सुनिश्चित किया था.
जयपुर, 24 मार्च : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने यूपीए-2 में केंद्रीय मंत्री के लिए सचिन पायलट की पैरवी की थी, उसके कुछ दिनों बाद पायलट ने बुधवार को कहा कि उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के लिए टिकट सुनिश्चित किया था. पायलट ने कहा, "आलाकमान इस टिकट के पक्ष में नहीं था, क्योंकि जोधपुर से एक ही नाम आया था, जिसके पिता मुख्यमंत्री थे, इसलिए उस समय मैंने वैभव के मामले की वकालत की. मैंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कहा कि वैभव ने मेरी कार्यकारिणी में काम किया, उसे मौका मिलना चाहिए."
"उस समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मैं नहीं चाहता था कि अशोक जी नए मुख्यमंत्री होने के नाते आहत हों, उनका मनोबल न टूटे, इसलिए मैंने सीईसी (केंद्रीय चुनाव समिति) की पैरवी की. मैंने सीईसी से भी कहा. वैभव को टिकट मिला, लेकिन हम चुनाव नहीं जीत सके. हम भारी अंतर से चुनाव हार गए." यह भी पढ़ें : BJP ने जारी की व्हिप, अपने सभी सांसदों को आज लोकसभा में मौजूद रहने के लिए कहा
कुछ दिन पहले गहलोत ने कहा था, "मैंने यूपीए के दूसरे कार्यकाल में पायलट की पैरवी की थी. उस समय यह किसी को नहीं बताया गया था." पायलट ने यह भी कहा कि राजस्थान में अगले चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी, यह देखते हुए कि अब समय आ गया है कि राजस्थान में वैकल्पिक दलों के सत्ता में आने का चलन बदलना चाहिए.