नई दिल्ली: विपक्षी गठबंधन 'INDIA' सनातन पर उदयनिधि स्टालिन के बयान से घिर चुका है. NDA के साथ-साथ देश की आम जनता भी उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के बयान पर विपक्ष से नाराजगी दिखा रही है. सोशल मीडिया पर इस पर चर्चा हो रही है. इस बीच उदयनिधि अपने बयान पर कायम हैं. लेकिन, तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की बातें INDIA गठबंधन के लिए नई मुसीबत बन गई है. उदयनिधि स्टालिन ने अपने गठबंधन साथियों की हालत खराब कर दी है. Parliament Special Session: I.N.D.I.A गठबंधन के लिए बड़ी मुश्किल, मोदी सरकार के इन 3 वार के आगे कैसे टिकेगा विपक्ष.
मीडिया विपक्ष से सवाल पूछ रही है इसलिए नेताओं को कुछ तो बोलना ही होगा लेकिन मुसीबत यह है कि उदयनिधि का न विरोध कर सकते हैं न ही समर्थन. ऐसे में पूरा विपक्ष अब इस बवाल में घिर गया है.
सबसे ज्यादा मुश्किल तो कांग्रेस को हो रही है. कांग्रेस की DMK से नजदीकियां अब न उगलते बन रही है, न निगलते... अपनी सफाई में कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि, हमारा व्यू क्लियर है... सर्व धर्म समभाव... ये कांग्रेस की आइडियोलॉजी है... लेकिन हर राजनीतिक दल को अपनी बात कहने की आजादी है... हम सभी की आस्था का सम्मान करते हैं."
क्या करेगा विपक्ष?
उदयनिधि स्टालिन के बयान ने विपक्ष को धर्म संकट में डाल दिया है. चुनावी मौसम में मंदिर-मंदिर के चक्कर लगाने वाले नेता बजरंगबली की जय कहने वाले नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान से कैसे पार पाएंगे यह वाकई बड़ा सवाल है. बीजेपी सनातन पर विपक्ष को घेरने का अब कोई मौका नहीं छोड़ने वाली है. विपक्ष स्टालिन के बयान से खुद को बचाने में जुटा है. कोई सर्व धर्म समान कहकर पल्ला झाड़ रहा है, कोई पूरी जिम्मेदारी DMK पर डालकर खुद को बचा रहा है, तो कोई बच-बच कर उदयनिधि की निंदा कर रहा है. लेकिन, यह बवाल जल्द शांत होने वाला नहीं है.
इन पार्टियों के लिए बड़ी मुसीबत
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिव सेना (यूबीटी) और आम आदमी पार्टी डीएमके नेता के बयान से खुद को अलग रखने की जद्दोजहत कर रही हैं. सोमवार को टीएमसी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे की टिप्पणी की निंदा की और कहा कि विपक्षी गुट का ऐसी टिप्पणियों से कोई संबंध नहीं है.
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, "हम इस तरह की टिप्पणियों की निंदा करते हैं. सद्भावना हमारी संस्कृति है. हमें अन्य धर्मों का सम्मान करना होगा. I.N.D.I.A. ब्लॉक का ऐसी टिप्पणियों से कोई संबंध नहीं है. चाहे कोई भी हो, अगर कोई ऐसा कुछ कहता है, तो हमें ऐसे बयानों की निंदा करनी चाहिए."
टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि लोगों को ऐसी किसी भी बात पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हों और वह सनातन धर्म का सम्मान करती हैं.
क्या कहा था उदयनिधि स्टालिन ने
उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, और डेंगू वायरस एवं मच्छरों से होने वाले बुखार से करते हुए कहा कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए, बल्कि इन्हें समाप्त कर देना चाहिये. उन्होंने कहा, ‘‘सनातन क्या है? यह संस्कृत से आया शब्द है. सनातन समानता और सामजिक न्याय के खिलाफ होने के अलावा कुछ नहीं हैं.’’
तमिलनाडु प्रगतिशील लेखक एवं कलाकार संघ की शनिवार को यहां आयोजित बैठक को तमिल में संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सनातन धर्म समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है.