Himachal Pradesh Political Crisis: हिमाचल प्रदेश के जारी सियासी घमासान के बीच खबर थी कि प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvinder Singh Sukhu) ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की. वहीं उनके इस्तीफे की ख़बरों के बीच उनका ताजा बयान आया है. उन्होंने कहा, "मैंने इस्तीफा नहीं दिया है. मेरे इस्तीफे की खबरें अफवाह हैं. हमारी सरकार स्थिर है और पूरे पांच साल तक चलेगी. यह भी पढ़े: Himachal Pradesh Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में तेज हुआ सियासी घमासान, विधानसभा स्पीकर ने 15 बीजेपी विधायकों को किया निलंबित
दरअसल हिमाचल प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विक्रमादित्य सिंह ने भावुक होते हुए कहा कि उनका परिवार हमेश ही पार्टी के प्रति वफादार रहा, लेकिन इसके बावजूद भी पार्टी ने उनके पिता की प्रतिबद्धता को नजरअंदाज किया. विक्रमादित्य ने कहा, "सरकार मॉल रोड पर मेरे पिता की एक प्रतिमा तक नहीं लगा सकी. मैं इससे बहुत दुखी हूं.
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#WATCH | Himachal Pradesh CM Sukhvinder Singh Sukhu says "Neither has anyone asked for my resignation nor have I given my resignation to anyone. We will prove the majority. We will win, the people of Himachal will win..." pic.twitter.com/0LPW73LIXM
— ANI (@ANI) February 28, 2024
वहीं प्रदेश में सियासी हलचल के बीच हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 विधायकों को बुधवार को निलंबित कर दिया और फिर सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
भाजपा विधायकों को सदन में दुर्व्यवहार और नारेबाजी के आरोप में निलंबित किया गया. ठाकुर ने सुबह संवाददाताओं से कहा, ''हमें आशंका है कि विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया भाजपा विधायकों को निलंबित कर सकते हैं ताकि बजट विधानसभा में पारित किया जा सके.'