Delhi Rains: दिल्ली-NCR में तेज आंधी के साथ बारिश, कई इलाकों में उखड़े पेड़, IMD ने दिया घर पर रहने का सुझाव
दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में कहीं हल्की बारिश तो कहीं झमाझम बरसात हुई है. इस बारिश के साथ ही लोगों को झुलसाती गर्मी से राहत मिली है. वहीं, कुछ जगहों पर मौसम का ये बदला मिजाज परेशानी का सबब भी बना है. तेज हवाओं और खतरनाक आंधी के बीच कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए हैं.
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में कहीं हल्की बारिश तो कहीं झमाझम बरसात हुई है. इस बारिश के साथ ही लोगों को झुलसाती गर्मी से राहत मिली है. वहीं, कुछ जगहों पर मौसम का ये बदला मिजाज परेशानी का सबब भी बना है. तेज हवाओं और खतरनाक आंधी के बीच कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए हैं. आंधी-बारिश के बीच मौसम के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर कई फ्लाइट्स प्रभावित हैं. भारी बारिश के कारण दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है. UP में आज सुबह तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश, जानें- आज कहां-कहां बरसेंगे बदरा?
दिल्ली से लेकर नोएडा, गाजियाबाद समेत एनसीआर के अधिकतर इलाकों में आंधी और तूफान के बाद बारिश हो रही है. दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के इलाकों में भी तेज हवाओं के साथ बारिश देखने को मिली है.
दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. आंधी-तूफान के बीच IMD ने घर बाहर ना निकलने की सलाह देने के साथ अन्य चेतावनी भी जारी की हैं.
दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स प्रभावित
खराब मौसम के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन भी प्रभावित हुआ है. दिल्ली एयरपोर्ट ने ट्वीट किया, "यात्रियों से अनुरोध है कि वे फ्लाइट्स की अपडेट के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें."
घर के अंदर रहें, आईएमडी का सुझाव
आईएमडी ने सुझाव दिया कि लोग घर के अंदर रहें, खिड़कियां और दरवाजे बंद करें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें. IMD ने लोगों से सुरक्षित आश्रय लेने और पेड़ों के नीचे शरण न लेने के लिए भी कहा है. मौसम विभाग ने कहा, "कंक्रीट के फर्श पर न लेटें और कंक्रीट की दीवारों के आसपास न खड़े रहें. बिजली / इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अनप्लग करें. जल निकायों से दूर रहें. IMD ने कहा, बिजली का संचालन करने वाली सभी वस्तुओं से दूर रहें."
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि धूल भरी आंधी और गरज से कमजोर संरचनाओं, कच्चे घरों / दीवारों और झोपड़ियों को नुकसान हो सकता है.