Heatwave Kills Hajj Pilgrims: सऊदी अरब के मक्का में हज के लिए गए 645 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जिसमें कम से कम 90 भारतीय शामिल हैं. ये मौत भीषण गर्मी के कारण हुई हैं. इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस साल हज यात्रा (Hajj Pilgrimage) के दौरान कम से कम 90 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक इस साल पड़ रही भयंकर गर्मी के कारण ये मौतें हुई हैं. समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, अब तक मरने वालों की कुल संख्या 645 है. सूत्रों ने कहा कि अधिकांश मौतें गर्मी के कारण हुई हैं.
सूत्र ने कहा, "किसी दुर्घटना की सूचना नहीं मिली है." इससे पहले, नाम न बताने की शर्त पर एक अरब राजनयिक ने पुष्टि की थी कि हज यात्रा के दौरान कम से कम 68 भारतीय नागरिकों की मौत हुई है. उन्होंने कहा, "कुछ की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है, और हमारे पास कई वृद्ध तीर्थयात्री थे, और कुछ की मौत मौसम की स्थिति के कारण हुई है." मरने वालों में सबसे अधिक 300 से ज्यादा मिस्र के नागरिक बताए जा रहे हैं.
हज यात्रा के दौरान कई भारतीयों के लापता होने की भी खबर है. इससे पहले मंगलवार को, एएफपी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अरब राजनयिकों ने पुष्टि की थी कि इस साल कम से कम 550 तीर्थयात्रियों की मौत हुई है, जिनमें से अधिकांश मक्का में बढ़ते तापमान के कारण हुई हैं. इस साल हज 14 जून को शुरू हुआ था और 19 जून को समाप्त हो गया. इस साल दुनिया भर से करीब 18 लाख लोग हज यात्रा में शामिल हुए, जिनमें से 16 लाख लोग विदेशों से आए थे.
50 डिग्री के पार रहा मक्का का तापमान
हज यात्रा इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है, और सभी मुसलमानों को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इस धार्मिक दायित्व को पूरा करना होता है. इस साल की तीर्थयात्रा में भीषण गर्मी देखी गई, जिसमें तापमान 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जो हाल के दशकों में सबसे अधिक है. सऊदी के मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद के पास तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस चला गया.
एक रिपोर्ट के मुताबिक मक्का की सड़कों के किनारे कई शव पड़े थे जिन्हें एम्बुलेंस में भरकर अस्पताल ले जाया गया. 2023 में, हज के दौरान 200 से अधिक तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो गई, और 2,000 से अधिक लोग गर्मी से संबंधित तनाव से पीड़ित हुए, क्योंकि तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया था.