गुरुग्राम में दबंगो ने घर में घुसकर परिवार पर किया हमला, एक आरोपी गिरफ्तार- जांच जारी
दबंगों ने परिवार की महिलाओं और बच्चे करीब 2 घंटे तक घर की छत पर कैद किए रखा था. आरोप है कि 30 से 35 दबंगो ने इस खूनी होली की वारदात को अंजाम दिया था. मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए आरोपी का नाम महेश बताया जा रहा है.
गुरुवार को जब पूरा देश होली के जश्न में डूबा था उस वक्त राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में कुछ दबंग खून की होली खेल रहे थे. गुरुग्राम (Gurugram) के भोंडसी इलाके में क्रिकेट मैच से पैदा हुए विवाद के बाद भीड़ ने एक परिवार पर हमला कर दिया और उसके सदस्यों को लाठी, डंडों और लोहे की रॉड से पीटा. पुलिस ने अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ लोगों परिवार के पुरुषों को लाठियों से पीटते हुए दिख रहे हैं, वहीं परिवार की महिलाएं रो रही हैं और उन्हें छोड़ने की भीड़ से गुजारिश कर रही हैं. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए आरोपी का नाम महेश बताया जा रहा है.
दबंगों ने परिवार की महिलाओं और बच्चे करीब 2 घंटे तक घर की छत पर कैद किए रखा था. आरोप है कि 30 से 35 दबंगो ने इस खूनी होली की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस की माने तो मुस्लिम परिवार के कुछ बच्चे शाम को तकरीबन साढ़े 5 बजे घर के बाहर ही क्रिकेट खेल रहे थे. ये बात दबंगो को नागवार गुजरी और देखते ही देखते 30 से 35 बदमाशों ने शाहिद को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. इस दौरान घर की लड़कियां, बच्चे महिलाएं चीखती-चिल्लाती रहीं, लेकिन वे शाहिद को तब तक पीटते रहे जब तक शाहिद बेहोश नहीं हो गया. यह भी पढ़ें- बिहार: सामूहिक दुष्कर्म के बाद युवती को उतारा मौत के घाट, छानबीन में जुटी पुलिस
पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत पर दर्जन भर लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. पीड़ित परिवार ने पुलिस पर भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. परिवार का कहना है कि उन्होंने कई बार पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया लेकिन पुलिस नहीं आई. पीड़ित परिवार ने यह भी आरोप लगाया है कि हमला करने वाले लोग घर से 25,000 रुपए भी लूट ले गए.
पीड़ित परिवार की एक महिला समायरा का कहना है, 'हमला उस वक्त हुआ है जब महिलाएं मेहमानों के लिए खाना बना रहीं थीं. तभी अचानक से कुछ लोग घर में दाखिल हो गए. जब मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने मुझे डंडों से पीटा. मैंने उनसे पूछा कि क्या हुआ है तो उन्होंने जवाब दिया कि आज मुल्लों को छोड़ना नहीं है. वे सीढ़ियों पर चढ़ गए, खिड़कियों और दरवाजों को तोड़ दिया और सबको बुरी तरह से पीटने लगे.'