अहमदाबाद: सूरत (Surat) शहर के कठौर (Kathor) गांव में दूषित पानी से लोगों की जान पर बन आई है. यहां कथित तौर पर दूषित पेयजल पीने से छह लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक अस्पताल में भर्ती हैं. यह घटना दो दिनों में 30 और 31 मई को हुई थी. इसके बाद सूरत नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी यहां पहुंचे और ग्रामीणों को क्लोरीन दवा वितरित की. दूषित पानी से हुई मौत को लेकर ग्रामीणों में दहशत है. कोरोना संक्रमण के बीच पर दूषित पानी ने लोगों की समस्या को बढ़ा दिया है. Gujarat: सिरींज में Remdesivir भरते हुए BJP MLA वीडी जलावाडिया का वीडियो वायरल, कांग्रेस ने साधा निशाना.
इंडिया टूडे ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ग्रामीण उल्टी और दस्त जैसे लक्षणों से पीड़ित हैं. संक्रमित ग्रामीणों का इलाज पास के सरकारी और निजी अस्पतालों में चल रहा है. स्थानीय नेता दर्शन नायक ने सूरत नगर निगम पर लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं देने का आरोप लगाया. उन्होंने मृतकों के परिवारों को आर्थिक मदद देने की भी मांग की.
दावा किया गया है कि पानी की लाइन में लीकेज होने के बाद से दूषित पानी कई लोगों के घर पहुंचा और उसी के सेवन के बाद तबीयत खराब होने का सिलसिला शुरू हुआ. प्रारंभिक जांच के अनुसार दूषित पानी के सेवन से ग्रामीण बीमार पड़ गए. निरीक्षण के दौरान पता चला कि पेयजल पाइप लाइन में लीकेज है और वह जल निकासी के पानी में मिल गई है.
सूरत की मेयर हेमाली वोघावाला ने बुधवार को स्थिति का जायजा लिया और मृतकों के परिजनों को एक लाख रुपये देने की घोषणा की. मेयर ने कहा कि पानी की आपूर्ति बहाल होने तक पानी के टैंकर उपलब्ध कराए जाएंगे. पाइपलाइन से ग्रामीणों के घरों तक पानी की जांच के लिए वाटर टेस्टिंग वैन भी भेजी जा रही है.