गांधीनगर: गुजरात के साबरकांठा जिले में पिछले हफ्ते 14 महीने की बच्ची के साथ बिहार के एक युवक ने रेप किया था. इस घटना के बाद बिहार और उत्तर प्रदेश के रहने वाले लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. जिसके डर कर करीब 8 हजार उत्तर भारतीय अब तक गुजरात से पलायन कर चुकें हैं. लोगों के पलायन करने के चलते गुजरात के आस-पास शहर की कई फैक्ट्रियां बंद होने की कगार पर पहुंच चुकी है. शहर छोड़कर जा रहे लोगों के बारे में गुजरात के डीजीपी शिवानंद झा का कहना है कि लोग आने वाले त्योहारों के मद्देनजर अपने गांव छुट्टियां मनाने जा रहें हैं .
मीडिया रिपोर्ट की माने तो गुजरातियों के गुस्से और प्रवासियों पर होने वाले हमलों की वजह से अब तक आठ हजार से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं. पिछले 4 दिन में उत्तर भारतीयों पर 42 से ज्यादा हमले हो चुके हैं. आक्रोश का असर मेहसाणा, साबरकांठा, अहमदाबाद, अरावली, पाटण, गांधीनगर जिलों में सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है. इस घटना के बाद अपने को वहां पर असुरक्षित महसूस कर रहे मजदूर गुजरात से पलायन कर रहे है. हालात यह है कि वहां के फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूर नहीं मिल पा रहे है. जिसकी वजह से कई फैक्ट्रियां बंद होने के कगार पर पहुंच गई है. यह भी पढ़े: गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रही हिंसा पर संजय निरुपम का बड़ा बयान, कहा- याद रहे, पीएम मोदी को भी वाराणसी जाना है
क्या है पूरा मामला
पिछले महीने 28 सिंतबर को एक 14 महीने की बच्ची के रेप के मामले में पुलिस ने साबरकांठा से बिहार का रहने वाला रवींद्र कुमार नाम के मजदूर को गिरफ्तार किया था. पुलिस का आरोप है कि युवक ने बच्ची के साथ रेप किया है. इस घटना के बाद गुजरात में रहने वाले उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश दूसरे अन्य राज्य के रहने वाले प्रवासियों पर हमला होने लागा. जिससे डर कर वहां रहने वाले प्रवासी गुजरात से पलायन कर रहें हैं.