अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लौहपुरुष और देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' अनावरण करेंगे. यह प्रतिमा गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध पर बनी है. इसे दुनिया की सबसे उंची यह प्रतिमा माना जा रहा है इसकी कुल उंचाई 182 मीटर है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा के निर्माण में 25,000 टन लोहे और 90,000 टन सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है. इसे बनाने के में कुल 5 साल वक्त लगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर गुजरात के नर्मदा जिले में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’देश को समर्पित करेंगे. सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' 7 किमी दूर से देखा जा सकता है. सरदार सरोवर बांध के पास साधु बेट टापू पर बनाई गई यह प्रतिमा अमेरिका के 'स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी' से भी दोगुनी ऊंची हैं.
#TopStory: Sardar Vallabhbhai Patel's #StatueOfUnity, the tallest statue in the world, will be inaugurated on his 143rd birth anniversary today, by Prime Minister Narendra Modi. (File pic) pic.twitter.com/AVU20tjKfz
— ANI (@ANI) October 31, 2018
पीएम का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण करने गुजरात पहुंच चुके हैं.
पीएम मोदी सुबह करीब 8 बजकर 50 मिनट पर पीएम केवडिया पहुंचेगे. उसके बाद सुबह 9 बजकर 5 मिनट से 9 बजकर 20 मिनट तक वैली ऑफ फ्लॉवर्स का दौरा करेंगे.
इस प्रतिमा के अनावरण के बाद वायु सेना के तीन विमान वहां उड़ान भरकर केसरिया, सफेद और हरे रंग से आसमान में तिरंगा उकेरेंगे. सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित कार्यक्रम में पीएम स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देश को समर्पित करेंगे. अनावरण के बाद पीएम मोदी सरदार पटेल की प्रतिमा पर एमआई-17 हेलीकॉप्टर प्रतिमा पर फूलों की वर्षा करेंगे.
देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन।
We bow to the great Sardar Patel, the stalwart who unified India and served the nation tirelessly, on his Jayanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 31, 2018
भव्य कार्यक्रम को होगा आयोजन
लौहपुरुष सरदार पटेल जयंती के इस अवसर पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा. इस अवसर पर गुजरात पुलिस, सशस्त्र और अर्द्धसैनिक बलों के बैंड सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे. इस कार्यक्रम में देश के 29 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों के कलाकार भी सांस्कृतिक नृत्य और संगीत की प्रस्तुति देंगे.