अहमदाबाद, 7 जुलाई : अहमदाबाद शहर की पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए कच्छ भेजा है, जिसने भाजपा की निलंबित पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) का समर्थन करने के लिए एक वकील को धमकी दी है, जिनकी पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी ने भारत और विदेशों में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया. साबरमती पुलिस उप निरीक्षक यूके पंड्या अधिवक्ता कृपाल रावल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की जांच कर रहे हैं. तकनीकी इनपुट के आधार पर पुलिस भुज के रहने वाले शाह नवाज का पता लगाने में सफल रही, जिन्होंने वकील को धमकी दी थी. थाना प्रभारी ने आईएएनएस को बताया कि बुधवार को ही आरोपी को लेने के लिए पुलिस की एक टीम भुज भेजी गई है.
अधिवक्ता रावल उच्च न्यायालय में वकालत करते हैं और साबरमती पुलिस स्टेशन में अपनी शिकायत में उन्होंने कहा, "13 जून को, मैंने दोपहर 12.13 बजे के आसपास भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा की तस्वीर को अपने व्हाट्सएप स्टेटस के रूप में अपलोड किया था. कुछ मिनट बाद, मुझे एहसास हुआ कि यह कुछ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है और इसलिए मैंने इसे दोपहर 12.16 बजे हटा दिया." उन्होंने आगे कहा कि फोटो हटाने के दो घंटे बाद उन्हें सबसे पहले एक व्हाट्सएप मैसेज मिला, "किस आधार पर आप नूपुर शर्मा का समर्थन कर रहे हैं, जवाब दीजिए?" रावल ने नंबर ब्लॉक कर दिया और उसी दिन उसे जान से मारने की धमकी वाला फोन आया. यह भी पढ़ें : मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में दोषी करार दिये गए भारतीय मूल के मलेशियाई व्यक्ति को दी गई फांसी
इसके तुरंत बाद उन्होंने शहर छोड़ दिया और इसलिए शिकायत दर्ज करने में अधिक समय लगा. इस बीच, उन्होंने अपने मुस्लिम दोस्तों से बात की, जिनसे उन्हें जानकारी मिली कि लंदन में रहने वाले सफीन नाम के एक व्यक्ति ने उनके फोन का स्क्रीन शॉट लिया और उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया. उनके शुभचिंतक मुस्लिम मित्रों ने उन्हें शिकायत न करने की सलाह दी थी, लेकिन उदयपुर और अमरावती की घटनाओं के बाद अपने जीवन के बारे में चिंतित होने के कारण, उन्होंने 6 जुलाई की रात को शिकायत दर्ज करने का फैसला किया.