कर्नाटक में गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, जिसकी वजह से लू लगना, सिरदर्द और त्वचा संबंधी समस्याएं जैसी गर्मी से जुड़ी बीमारियों में अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इन सब को देखते हुए कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री की सलाह
स्वास्थ्य मंत्री श्री दिनेश गुंडू राव ने सोशल मीडिया पर एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि, "गर्मी से खुद का बचाव करें. खासकर बच्चों और परीक्षा देने वाले छात्रों का ध्यान रखें." उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि सभी अस्पतालों में ज़रूरी दवाइयां उपलब्ध हों.
क्या करें
- पानी पीते रहें: प्यास लगने का इंतज़ार न करें, बरअहल मौका मिलते ही पानी पीते रहें. यात्रा के दौरान भी पानी साथ रखें.
- ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ORS) का घोल पिएं और घरेलू पेय पदार्थ जैसे नींबू पानी, छाछ / लस्सी, फलों का रस जिनमें थोड़ा सा नमक मिला हो का सेवन करें.
- पानी की मात्रा अधिक रखने वाले मौसमी फल और सब्ज़ियां खाएं जैसे तरबूज, खरबूजा, संतरा, अंगूर, अनानास, खीरा, सलाद या अन्य स्थानीय रूप से उपलब्ध फल और सब्जियां.
- ढीले और सूती के हल्के रंग के कपड़े पहनें. तेज धूप में निकलते समय छाते, टोपी, कैप, तौलिया या अन्य पारंपरिक हेड गियर से सिर को ढकें. धूप में बाहर निकलते समय जूते या चप्पल पहनें.
- रेडियो सुनें, टीवी देखें, अखबारों में स्थानीय मौसम की खबरें पढ़ें.
- जहां तक हो सके घर के अंदर रहें, हवादार और ठंडी जगहों पर. दिन के समय खासकर घर के धूप वाली तरफ खिड़कियाँ और पर्दे बंद रखें. रात में इन्हें खोल दें ताकि ठंडी हवा आ सके. सुबह और शाम के ठंडे समय ही बाहर निकलें.
- गर्मी के समय दोपहर 11 बजे से 4 बजे के बीच बाहर रहने से बचें.
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर छाया या शामियाना लगाकर लोगों को धूप से बचाया जा सकता है.
क्या ना करें
- खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप में निकलने से बचें.
- दोपहर के समय बाहर ज़ोरदार व्यायाम करने से बचें.
- नंगे पैर बाहर ना निकलें.
- गर्मी के चरम (पीक) समय में खाना पकाने से बचें. रसोई क्षेत्र में हवा के लिए दरवाजे और खिड़कियां खोल दें.
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय या अधिक मात्रा में चीनी वाले पेय पदार्थों से बचें क्योंकि ये वास्तव में शरीर के तरल पदार्थ को कम करते हैं या पेट में ऐंठन पैदा कर सकते हैं.
- अधिक प्रोटीन वाला भोजन खाने से बचें और बासी खाना ना खाएं.
- गाड़ियों में बच्चों या पालतू जानवरों को ना छोड़ें. गाड़ी के अंदर का तापमान खतरनाक हो सकता है.