'प्रधानमंत्री आवास योजना' के लिए ग्राम पंचायत कर्मचारी ने लिया रिश्वत, ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ा
मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सहायता राशि दिलाने के एवज में 30,000 रुपये की कथित रिश्वत लेते हुए ग्राम पंचायत के सहायक सचिव को बुधवार को रंगे हाथों पकड़ा गया.
इंदौर: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के अलीराजपुर जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सहायता राशि दिलाने के एवज में 30,000 रुपये की कथित रिश्वत लेते हुए ग्राम पंचायत के सहायक सचिव को बुधवार को रंगे हाथों पकड़ा गया. लोकायुक्त पुलिस की इंदौर इकाई के अधीक्षक दिलीप सोनी ने बताया कि अलीराजपुर जिले के उती गांव की पंचायत के सहायक सचिव थानसिंह बिलवाल को बालू सुमला नामक व्यक्ति की शिकायत पर जाल बिछाकर पकड़ा गया.
वह उदयगढ़ के जनपद पंचायत दफ्तर के पास बालू से 30,000 रुपये की कथित घूस ले रहा था.
उन्होंने बताया कि आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बालू को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करीब 1.5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलनी है ताकि वह अपना पक्का मकान और शौचालय बनवा सके.
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आरोप है कि ग्राम पंचायत के सहायक सचिव ने योजना की सहायता राशि की किश्त जारी करवाने के बदले बालू से 40,000 रुपये की घूस मांगी थी. लेकिन "मोल-भाव" के बाद वह इस काम के लिये 30,000 रुपये की घूस लेने को राजी हो गया था. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घूस लेते पकड़े गये सरकारी कर्मचारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.