इस बार भी देश में होगा गेहूं-चावल और गन्‍ना का बंपर उत्पादन, टूट जायेंगे पुराने सभी रिकॉर्ड

मोदी सरकार साल 2022 तक देश के किसानों की आय को दोगुना बनाने की ओर तेजी से बढ़ रही है. इसी क्रम में एक और अच्छी खबर आई है. देश में इस साल भी गेहूँ, चावल और गन्‍ना का रिकॉर्ड उत्पादन होने का अनुमान लगाया गया है.

किसान (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली: मोदी सरकार साल 2022 तक देश के किसानों की आय को दोगुना बनाने की ओर तेजी से बढ़ रही है. इसी क्रम में एक और अच्छी खबर आई है. देश में इस साल भी गेहूँ (Wheat), चावल (Rice) और गन्‍ना (Sugarcane) का रिकॉर्ड उत्पादन होने का अनुमान लगाया गया है. पिछले साल के मुकाबले इस साल तीनों फसलों के उपज में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हो सकती है. जिसका सीधा फायदा किसानों की कृषि आय में नजर आएगा.

कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने हाल ही में साल 2018-19 के लिए प्रमुख फसलों के उत्‍पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी किया है. मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में कुल खाद्यान्‍न उत्‍पादन 283.37 मिलियन टन अनुमानित है जो विगत पॉंच वर्षों (2013-14 से 2017-18) के औसत खाद्यान्‍न उत्‍पादन की तुलना में 17.62 मिलियन टन अधिक है.

बयान के अनुसार, साल 2018-19 के दौरान चावल का कुल उत्‍पादन रिकार्ड 115.63 मिलियन टन अनुमानित है. जबकि चावल के उत्‍पादन में 2017-18 के 112.76 मिलियन टन उत्‍पादन की तुलना में 2.87 मिलियन टन की वृद्धि हुई है. यह विगत पांच वर्षों के औसत उत्‍पादन 107.80 मिलियन टन की तुलना में भी 7.83 मिलियन टन अधिक है.

वहीं गेहूँ का उत्‍पादन 101.20 मिलियन टन (रिकार्ड) अनुमानित है जो 2017-18 के दौरान प्राप्‍त 99.87 मिलियन टन गेहूँ उत्‍पादन की तुलना में 1.33 मिलियन टन अधिक है. इसके अलावा, 2018-19 के दौरान गेहूँ का उत्‍पादन विगत पांच वर्षों के औसत गेहूँ उत्‍पादन 94.61 मिलियन टन की तुलना में 6.59 मिलियन टन अधिक है.

इसके अलावा पौष्टिक / मोटे अनाजों की बात की जाए तो इनका उत्‍पादन 43.33 मिलियन टन होने का अनुमान जताया गया है. जो कि औसत उत्‍पादन की तुलना में 0.24 मिलियन टन ज्यादा है.

आपको बता दें कि मंत्रालय ने विभिन्‍न फसलों के उत्पादन का मूल्यांकन राज्यों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर बनाया है. इसके मुताबिक साल 2018-19 के दौरान दलहनों का कुल उत्‍पादन 23.22 मिलियन टन तक अनुमानित है जो विगत पांच वर्षों के औसत उत्‍पादन 20.26  मिलियन टन की तुलना में 2.96 मिलियन टन अधिक है.

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जबकि, साल 2018-19 के दौरान देश में तिलहनों का कुल उत्‍पादन 31.42 मिलियन टन अनुमानित है. 2018-19 के दौरान तिलहनों का उत्‍पादन विगत पांच वर्षों के औसत तिलहन उत्‍पादन की तुलना में 1.77 मिलियन टन अधिक है.

2017-18 की तुलना में 20.46 मिलियन टन की वृद्धि के साथ, 2018-19 के दौरान देश में गन्‍ने का कुल उत्‍पादन 400.37 मिलियन टन अनुमानित है. इसके अलावा, 2018-19 के दौरान गन्‍ने उत्‍पादन, विगत पांच वर्षों के औसत गन्‍ना उत्‍पादन 349.78 मिलियन टन की तुलना में भी 50.59 मिलियन टन अधिक है.

वहीं कपास का उत्‍पादन 27.59 मिलियन गांठें (प्रति 170 Kg) अनुमानित है तथा पटसन एवं मेस्‍टा का उत्‍पादन 9.79 मिलियन गांठ (प्रति 180 Kg) होने का अंदाजा लगाया गया है.

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