नई दिल्ली: भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने रविवार को घोषणा की कि उसने शाकाहारी भोजन का ऑर्डर देने वाले यात्रियों को मांसाहारी भोजन परोसे जाने की घटना के बाद अपने एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया है. आईआरसीटीसी ने कहा कि उसने मामले को गंभीरता से लिया है और भोजन वितरण सेवा के लिए जिम्मेदार ठेकेदार पर भारी जुर्माना लगाया है. साथ ही अनुबंधित एजेंसी के कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया है.
आईआरसीटीसी ने ट्वीट किया, "हमने आईआरसीटीसी के एक कर्मचारी को भी निलंबित कर दिया है. हम यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रहे हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. हमारा ध्यान सोर्स किचन पर है." Tamil Nadu Accident: तमिलनाडु में सरकारी बस और कार की भीषण टक्कर, हादसे में 5 की मौत, 34 लोग घायल
यह घटना शनिवार को वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन (झांसी) से हजरत निजामुद्दीन जा रही गतिमान एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12049) में हुई.
यात्री राजेश कुमार तिवारी और उनकी पत्नी प्रीति तिवारी ने शाकाहारी भोजन का ऑर्डर दिया था. तिवारी और उनकी पत्नी कोच सी7 में थे. ट्रेन के झांसी से रवाना होने के बाद कैटरिंग स्टाफ ने उन्हें नाश्ता दिया. तिवारी ने छोले का ऑर्डर दिया था, लेकिन जब उन्हें खाते वक्त 'छोले' में मांस के टुकड़े दिखे, तो उन्होंने स्टाफ के सुपरवाइजर से इसकी शिकायत की.
तिवारी ने कहा, "हमने उन्हें बताया कि भोजन में मांस के टुकड़े थे. सुपरवाइजर ने भोजन की जांच की और इसे सही पाया, लेकिन कहा कि उन्होंने भोजन पैक नहीं किया था. यह रसोई से पैक होकर आता है और वे केवल इसे परोसते हैं."
इसके अलावा, ग्वालियर से दिल्ली तक उसी ट्रेन में यात्रा कर रही कृतिका मोदी नाम की एक अन्य यात्री ने शिकायत की, कि उसने पास्ता और 'छोले-कुलचे' का ऑर्डर दिया था. पास्ता रोल जैसा लग रहा था, लेकिन काटने के बाद उसे एहसास हुआ कि इसमें चिकन है. उसने शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा, इस घटना ने हमारी पूरी यात्रा बर्बाद कर दी.