Gandhi Jayanti 2023: महात्मा गांधी की 154वीं जयंती, खड़गे व राहुल ने बापू को दी श्रद्धांजलि, देखें वीडियो और Tweet
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी नेता राहुल गांधी ने सोमवार को महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी. खड़गे राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे. एक्स पर एक पोस्ट में, खड़गे ने कहा, "आप मुझे बेड़ियों में जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं, आप इस शरीर को नष्ट भी कर सकते हैं
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी नेता राहुल गांधी ने सोमवार को महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी. खड़गे राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे. एक्स पर एक पोस्ट में, खड़गे ने कहा, "आप मुझे बेड़ियों में जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं, आप इस शरीर को नष्ट भी कर सकते हैं, लेकिन आप मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते': महात्मा गांधी." "पूरे विश्व को सत्य, अहिंसा और शांति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने वाले और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रणेता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार और आदर्श आज भी हमारे लिए प्रासंगिक हैं." खड़गे ने कहा, सत्य, अहिंसा, शांति और समानता जैसे उनके विचारों को आज चुनौती दी जा रही है, लेकिन हम बापू द्वारा सिखाए गए मूल्यों का पालन करके इससे लड़ रहे हैं.'' यह भी पढें: Mahatma Gandhi-Lal Bahadur Shastri Jayanti 2023: महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती, पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि, देखें ट्वीट
राहुल गांधी ने एक्स पर की गई पोस्ट में कहा, ''सत्य, अहिंसा और सद्भाव का मार्ग, भारत को एकजुट करने का मार्ग, महात्मा गांधी ने दिखाया था. बापू को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।" उन्होंने देश के लिए उनके योगदान को याद करते हुए महात्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए अपनी भारत जोड़ो यात्रा और बापू के जीवन से एक मिनट से अधिक का वीडियो भी संलग्न किया.
देखें वी़डियो और ट्वीट:
वीडियो में राहुल गांधी ने कहा, " भारत जोड़ो यात्रा के पीछे का विचार महात्मा गांधी का था. यह मार्ग महात्मा गांधी जी ने भारत को दिया था। उन्होंने भारत को एकजुट करने का काम किया था। एक बहादुर आदमी, एक सरल आदमी, एक विनम्र, लेकिन एक ऐसा व्यक्ति, जो भविष्य में विश्वास करता था, जो भारत में विश्वास करता था."
उन्होंने आगे कहा कि महात्मा गांधी ने अहिंसा का प्रचार किया और सत्य की खोज की. गांधीजी दूरदर्शी थे, आधुनिक खुले विचारों वाला. गांधीजी ने पृथ्वी पर सबसे बड़ी ताकत का सामना किया, क्योंकि उन्होंने सत्य का पालन किया और वह विनम्र थे.