नई दिल्ली: दिल्ली और एनसीआर में कोरोना (COVID-19) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे मुख्य वजह ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट है. सरकार के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना केसों के पीछे ओमिक्रॉन के 9 सब वेरिएंट जिम्मेदार हैं. राजधानी में जीनोम सिक्वेंसिंग में ओमिक्रॉन के BA.2.12.1 के अलावा 8 अन्य वेरिएंट की पुष्टि हुई है. आ गई है कोरोना की चौथी लहर? जनवरी के बाद पहली बार 'R Value' एक से अधिक, दिल्ली सहित इन राज्यों में बढ़ा खतरा.
दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते कोरोना मामलों पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. निरोज कुमार मिश्रा ने कहा, देशभर में आए नए मामलों में दिल्ली-NCR से ज़्यादा मामले आए हैं जिसका कारण नया वेरिएंट हो सकता है, अगर ऐसा हुआ तो ये चिंता की बात हो सकती है लेकिन अभी इसे चौथी लहर कहना जल्दबाज़ी होगी. लोगों को कोरोना के नियमों का पालन करना चाहिए.
फरवरी के बाद सबसे अधिक केस
बता दें कि राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बीते 24 घंटों के दौरान दिल्ली में 1009 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं जो पिछले 68 दिनों में सबसे ज्यादा है. इससे पहले 10 फरवरी 2022 को दिल्ली में 1104 मरीज मिले थे. स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में मंगलवार को कोरोना की जांच के लिए 17701 टेस्ट हुए जिसमें 5.70 फीसदी मरीज संक्रमित पाए गए.
दिल्ली में अब कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 2641 हो गई है. दिल्ली में कोरोना से मृत्युदर 1.4 प्रतिशत है. 2641 सक्रिय मरीजों में से होम आइसोलेशन में 1578 और अस्पतालों में 54 मरीज भर्ती हैं.
मरने वाले 97 फीसदी लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से मार्च तक दिल्ली में कोविड से मरने वालों के 97 प्रतिशत नमूनों में कोरोनावायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट था. कोरोना से मरने वालों के एकत्र किए गए 578 नमूनों के जीनोम अनुक्रमण से पता चला कि उनमें से 560 में ओमिक्रॉन वैरिएंट था. शेष 18 (तीन प्रतिशत) में डेल्टा सहित कोविड -19 के अन्य वेरिएंट थे.