जयपुर, 18 जून : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने अलवर में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं हास्पिटल (ESIC Medical College & Hospital) में संविदाकर्मियों की भर्ती में रिश्वतखोरी का खुलासा करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है. ब्यूरो के महानिदेशक भगवानलाल सोनी ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी. इस मामले में लगभग 20 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की गई है. सोनी ने कहा कि अलवर में ईएसआई मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल में भारत सरकार का एक नया प्रतिष्ठान शुरू हुआ है. इसमें नर्सिंग कर्मचारी, नर्सिंग सहायक कर्मचारी और अन्य कर्मचारियों की भर्ती के लिए एमजे सोलंकी नामक कंपनी को अनुबंध दिया गया था. शर्त यह थी कि भर्ती किए गए लोगों के वेतन का दो प्रतिशत कंपनी को सेवा शुल्क के रूप में मिलेगा, लेकिन कंपनी के लोगों ने अभ्यर्थियों व संभावित उम्मीदवारों से बड़ी रकम रिश्वत के रूप में मांगनी शुरू कर दी.
उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर एसीबी ने कार्रवाई कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें अलवर से कंपनी के कर्मचारी भरत पूनिया, कानाराम को गिरफ्तार किया गया. इनसे पास से पांच लाख रुपये बरामद किए हैं. इसी तरह आरोपी मंजुल को अजमेर से गिरफ्तार किया है और उसके पास से साढ़े 15 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि जोधपुर एम्स में लोकसेवक महिपाल यादव, नौकरी का प्रलोभन देकर रिश्वत लेने के मामले में कंपनी की मदद कर रहा था, उसे भी गिरफ्तार किया गया है. यह भी पढ़े: West Bengal: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने अधीर से मुलाकात की, कयासों का दौर शुरू
ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन ने बताया कि आरोपी कर्मचारियों ने नर्सिंग कर्मी पद के लिए दो-दो लाख रुपये व नर्सिंग सहायक पद के लिए एक- एक लाख रुपये लिए. इस कंपनी को इन पदों पर करीब 100 भर्तियां करनी थी इसके अलावा भी 600-700 कर्मचारियों को इस कंपनी के जरिए रखा जाना है. उन्होंने कहा कि इस मामले में कॉलेज प्रशासन की भूमिका सहित अन्य तथ्यों की जांच की जाएगी.
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