राम गोपाल की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात पर पूर्व सपा सहयोगियों ने उठाया सवाल
सीएम योगी (Photo Credits ANI)

लखनऊ, 3 अगस्त : समाजवादी पार्टी के सांसद प्रोफेसर राम गोपाल यादव की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सोमवार को हुई बैठक पर सपा के पूर्व सहयोगियों ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है और राम गोपाल से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि प्रोफेसर राम गोपाल यादव कुछ चुनिंदा लोगों की बात उठा रहे हैं. प्रो. यादव ने कथित तौर पर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं, विशेष रूप से पिछड़े और मुसलमानों पर लगाए जा रहे झूठे मामलों की ओर उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी. शिवपाल यादव ने बुधवार को कहा कि जब मोहम्मद आजम खां, नाहिद हसन, शहजील इस्लाम और अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे थे तो सपा नेताओं ने इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया. न्याय के लिए लड़ाई कुछ चुनिंदा लोगों के लिए है?

प्रो. रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री को दिए दो पन्नों के पत्र में उल्लेख किया है कि कैसे सपा के पूर्व विधायक रामेश्वर यादव, उनके भाइयों और उनके परिवारों को एटा पुलिस द्वारा निशाना बनाया जा रहा है. पत्र में विशिष्ट उदाहरणों का विस्तार से उल्लेख किया गया है कि कैसे पुलिस ने परिवार के स्वामित्व वाले व्यावसायिक परिसर और ईंट भट्टों को ध्वस्त कर दिया और यहां तक कि महिला सदस्यों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. यह भी पढ़ें : केंद्र सरकार ने असम को बाढ़ से राहत के लिए 648 करोड़ रुपये जारी किए

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपक मिश्रा ने कहा, "समस्या यह नहीं है कि सपा नेतृत्व एटा नेताओं की मदद लेने के लिए मुख्यमंत्री से मिला, समस्या यह है कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से दावा किया कि वे योगी आदित्यनाथ का ध्यान पिछड़ों और मुसलमानों की ओर आकर्षित करने गए थे. पत्र एटा में एक परिवार को छोड़कर किसी अन्य पिछड़े या मुस्लिम की बात नहीं करता है." जबकि आजम खां ने अपने और उनके परिवार के खिलाफ लगभग 100 आपराधिक मामलों में दो साल से अधिक समय जेल में बिताया, नाहिद हसन को पार्टी के उम्मीदवार होने के बावजूद 2022 के चुनावों के बीच गिरफ्तार किया गया था.

सपा के एक मौजूदा विधायक शहजील इस्लाम ने हाल ही में उस समय सुर्खियां बटोरी थीं, जब पुलिस ने उनके स्वामित्व वाले एक गैस स्टेशन को यह दावा करते हुए ध्वस्त कर दिया कि यह अतिक्रमित भूमि पर बनाया गया था. इस बीच, सपा के कुछ अन्य पूर्व सहयोगियों ने भी बैठक के उद्देश्य पर सवाल उठाया है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने कहा, "क्या कोई सौदा हो रहा है? देश में लोग इन दिनों देश में ईडी और सीबीआई की पूछताछ से डरते हैं." महान दल के केशव देव मौर्य ने कहा, "उम्मीद करता हूं कि कुछ भी बड़ा नहीं पक रहा है."