नई दिल्ली. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने डॉलर के मुकाबले रुपये में आई कमजोरी पर कहा कि दुनिया के हर देशों की मुद्रा के मुकाबले डॉलर मजबूत हुआ है, न कि रुपया कमजोर हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर पिछले चार से पांच साल के बीच की तुलना करें तो रुपया बेहतर स्थति में है. अरुण जेटली ने भारतीय मुद्रा रुपये में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारी गिरावट को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था की बुनियादी ताकत से गिरावट को रोकने में मदद मिलेगी.
मीडिया से चर्चा करते हुए अरुण जेटली ने कहा कि रुपये की हालिया गिरावट बाहरी कारकों की वजह से है. जैसे कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव, व्यापार जंग का तनाव और देश से फंड का अमेरिका जाना. उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे तेज रफ्तार से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था में इसके लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है.
We must bear in mind that dollar has strengthened against almost every currency. The Rupee has either consistently strengthened or remained in a range, not weakened. Most of the other currencies of the world,compared to what it was 4-5 yrs ago, Rupee is better off:FM Arun Jaitley pic.twitter.com/0ExMtygWM6
— ANI (@ANI) September 5, 2018
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यूपीए सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि पिछली सरकार से हमे विरासत में 11 फीसदी की महंगाई दर मिली थी. लेकिन मोदी सरकार ने इसे 4 फीसदी के स्तर तक लेकर आए. जो कि अपने आप में एक बड़ी उपलब्धी है.