उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर जिला में शनिवार दोपहर अपने चाचा द्वारा कथित रूप से दुष्कर्म कर जलाई गई युवती की हालत बहुत नाजुक बनी हुई है. कथित रूप से दुष्कर्म (Molestation) कर आग लगाने वाला आरोपी चाचा शनिवार रात कानपुर के बाहरी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया. पीड़िता को कानपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने कहा कि पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है. लाला लाजपत राय हॉस्पिटल के चिकित्सा अधिकारी अनुराग राजोरिया ने कहा कि पीड़िता जीवन रक्षक तंत्र पर है.
उन्होंने कहा, "हमने उसकी हालत के बारे में संबंधित विभाग को सूचित कर दिया है." रिपोर्टों के अनुसार, लगभग 18 वर्षीय पीड़िता जब उबीपुर गांव स्थित अपने घर में अकेले थी तभी उसके चाचा ने आकर उसके साथ दुष्कर्म किया. विरोध करने की कोशिश करने पर आरोपी ने युवती पर केरोसिन तेल डालकर आग लगा दी. युवती आग की लपटों के बीच घर से बाहर भागी तब उसके पड़ोसी आग बुझाने आए और उन्होंने ही पुलिस को सूचना दी.
पीड़िता के पिता ने कहा कि लगभग 25 वर्षीय आरोपी पीड़िता का दूर के रिश्ते का चाचा है. पीड़िता के भाई की शिकायत पर एक मामला दर्ज कर लिया गया है. गौर करने वाली बात है कि पहली शिकायत में पीड़िता के भाई ने दावा किया कि दुष्कर्म के बाद पीड़िता ने खुद को आग लगाई, लेकिन दूसरी शिकायत में उसने आरोप लगाया कि दुष्कर्म के आरोपी चाचा ने उसे आग लगाई.
पीड़िता के पिता ने कहा, "उसने दुष्कर्म किया और जब पीड़िता ने घरवालों को बताने की धमकी दी तो उसने पीड़िता को आग लगा दी." पुलिस स्टेशन पर एक महिला पुलिस अधिकारी ने पीड़िता के बयान रिकॉर्ड किए, जिनमें उसने आरोपी चाचा मेवालाल पर उसका दुष्कर्म करने और उसे जलाने का आरोप लगाया. क्षेत्राधिकारी (सीओ) कपिल देव मिश्रा की अगुआई में एक टीम मामले की जांच कर रही है.
इस बीच जिलाधिकारी संजीव सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि पीड़िता का उसके चाचा के साथ दो साल से प्रेम संबंध था. जिलाधिकारी ने कहा, "शनिवार को पंचायत बुलाई गई थी और पंचों ने युगल से संबंध खत्म करने के लिए कहा था. लड़की के और चाचा के परिजनों के सामने यह निर्णय लिया गया था कि लड़की की शादी होने तक चाचा गांव में नहीं आएगा."