नई दिल्ली: पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान बुधवार सुबह 11 बजे दिल्ली रवाना होंगे. फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी को लेकर केंद्र के साथ चार दौर की वार्ता विफल होने के बाद किसान एक बार फिर अपना आंदोलन तेज करने जा रहे हैं. किसानों ने ऐलान कर दिया है कि बुधवार से वे फिर दिल्ली कूच करने का प्रयास शुरू करेंगे. इसके लिए सुबह 6 बजे ही ट्रैक्टर लाइन में लगा दिए जाएंगे. शंभू के साथ खनौरी बॉर्डर से भी किसान दिल्ली जाने के लिए हरियाणा में घुसेंगे. पंजाब-हरियाणा और हरियाणा-दिल्ली बॉर्डरों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. साथ ही हरियाणा के सात जिलों में लगे इंटरनेट बैन को बढ़ा दिया गया है. आंदोलनकारी किसानों की मांगे मानना किसी भी सरकार के लिए आसान नहीं: केंद्रीय मंत्री.
रविवार को केंद्र सरकार के साथ चौथे दौर की बातचीत के बाद किसान नेताओं ने 'दिल्ली चलो' मार्च को स्थगित करने का विकल्प चुना था. हालांकि, किसान नेताओं ने यह भी घोषणा की कि 'दिल्ली चलो' मार्च 21 फरवरी को फिर से शुरू होगा. पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा ने कहा था, "अगले दो दिनों में हम सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे... सरकार अन्य मांगों पर भी विचार करेगी... अगर कोई नतीजा नहीं निकला तो हम 21 फरवरी को 'दिल्ली चलो' मार्च जारी रखेंगे."
बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा
प्रदर्शनकारी किसानों के प्रस्तावित दिल्ली मार्च से एक दिन पहले मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने टीकरी, सिंघू और गाजीपुर सीमा पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया. संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ‘दिल्ली चलो’ मार्च की अगुवाई कर रहे हैं.
दिल्ली और हरियाणा के बीच दो सीमा मार्गों -- टीकरी और सिंघू को पुलिसकर्मियों की भारी तैनाती के साथ सील कर दिया गया है तथा वहां कंक्रीट एवं लोहे की कील के कई स्तरीय बैरीकेड लगाये गये हैं. गाजीपुर सीमा के दो लेन भी बंद कर दिये गये हैं. एक अधिकारी ने बताया कि यदि जरूरत हुई तो बुधवार को गाजीपुर सीमा भी बंद की जा सकती है.
भारी मशीनों के साथ पहुंचे किसान
इस बीच आंदोलन कर रहे किसान शंभू बॉर्डर पर प्रशासन द्वारा बनाई गई सीमेंट की दीवारों को तोड़ने के लिए कई पोकलेन मशीनें ले आए हैं. इन मशीनों से किसान दीवार तोड़कर दिल्ली कूच करने का प्रयास करेंगे.
हरियाणा डीजीपी ने पंजाब पुलिस को लिखा पत्र
हरियाणा के डीजीपी द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि ‘प्रोक्लेन’ (खुदाई करने वाला उपकरण), जेसीबी (मिट्टी की खुदाई करने वाला उपकरण) इत्यादि सहित जमीन खोदने वाले अन्य भारी उपकरणों से प्रदर्शनकारी किसान लैस हैं और उन्होंने इन्हें उन स्थानों पर तैनात किया है जहां वे अभी डेरा डाले हुए हैं. पत्र में कहा गया है कि इन उपकरणों में उन्होंने अपने अनुसार बदलाव भी कराया है.
हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस से आग्रह किया कि वह अंतरराज्यीय सीमा से बुलडोज़र और जमीन की खुदाई करने वाले अन्य उपकरण जब्त कर ले. इन मशीनों का इस्तेमाल प्रदर्शनकारियों द्वारा अवरोधकों को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाना है, जिससे ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों और अर्धसैनिक बलों के लिए गंभीर खतरा पैदा होगा और हरियाणा में सुरक्षा व्यवस्था जोखिम में पड़ सकती है.