नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day 2021) पर ट्रैक्टर परेड हिंसा (Tractor Rally) के बाद एक बार फिर किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) तेज हो गया है. शुक्रवार को आंदोलन में हिंसक झड़प भी देखने को मिली. रविवार को किसान आंदोलन 65 दिन में प्रवेश कर गाया है. कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं और किसान डेरा डाले हुए है. इस बीच किसान पंचायते आंदोलन को धार दे रही हैं. वहीं दिल्ली पुलिस ने भी किसानों को प्रदेश में घुसने से रोकने के लिए तैयारियां सख्त कर दी है. दिल्ली पुलिस ने रातोरात गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील कर दिया गया है. किसानों के बढ़ती संख्या को देखते हुए गाजीपुर बॉर्डर पर 12 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है. इसके साथ ही नुकीले तार भी लगाए गए हैं.
इससे पहले शनिवार को दिल्ली पुलिस ने एनएच 24 को पूरी तरह से बंद कर दिया. गाजीपुर बॉर्डर और गाजियाबाद को आने वाली एनएच-24 की सड़कें अभी भी बंद हैं. किसानों के प्रदर्शन के दौरान किसी अनहोनी को टालने के लिए दिल्ली की सभी सीमाओं पर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं. Farmers Protest: आंदोलन में आए बदलाव पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, तूफान में सूखी टहनी-डालियां टूट गईं, मजबूत स्तम्भ बरकरार.
किसानों का आंदोलन जारी:
Latest visuals from Ghazipur at Delhi-Uttar Pradesh border where farmers' agitation against three farm laws enters Day 65. pic.twitter.com/JNK5pibR3z
— ANI (@ANI) January 31, 2021
इंटरनेट बंद
सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए गृह मंत्रालय ने गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर व आस-पास के इलाकों में 31 जनवरी रात 11 बजे तक के लिए सभी इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. किसान नेताओं का कहना है कि हमारी बातें लोगों तक नहीं पहुंच सके इसके लिए इंटरनेट सेवा रोकी गई है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को केंद्र सरकार से कहा कि वह खुद किसानों को बताए कि वह कृषि कानूनों को वापस क्यों नहीं लेना चाहती और "हम वादा करते हैं कि सरकार का सिर दुनिया के सामने झुकने नहीं देंगे." राकेश टिकैत ने कहा, "सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह नए कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करने पर अड़ी हुई है?"