EVM Row: चुनाव में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर देश में एक बार फिर से बवाल शुरू हो गया. उत्तर-पश्चिम सीट से शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविंद्र वायकर (MP Ravindra Vaykar) के रिश्तेदार के खिलाफ केस दर्ज और टेस्ला के मालिक एलन मस्क द्वारा ईवीएम पर सवाल उठाये जाने के बाद चुनाव आयोग ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले पर सफाई दी है.
चुनाव आयोग की तरफ से रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी (Vandana Suryavanshi) ने मामले में सफाई दी. रिटर्निंग ऑफिसर सूर्यवंशी ने कहा कि आज जो खबर आई उस को लेकर कुछ लोगो ने ट्वीट किए. वीएम को अनलॉक करने के लिए कोई otp नहीं लगता है. वीएम devise किसी से कनेक्ट नहीं रहता, अखबार द्वारा पूरी तरह से गलत खबर चलाई गई है. Evm standalone सिस्टम है. खबर पूरी तरह से गलत है हमने पेपर को नोटिस ईशू किया है. 499 ipc के तहत मानहानि का केस भी किया गया है. यह भी पढ़े: EVM से चुनाव की जिद पर क्यों अड़ी है BJP? एलन मस्क को मिला अखिलेश यादव का साथ, भाजपा से पुछे तीखे सवाल
चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस:
#WATCH | Mumbai Suburban Returning Officer, Vandana Suryavanshi says, "No OTP is needed to unlock the EVM. There is no mobile OTP needed to unlock the EVM as it is a non-programmable offence...It has advanced technical features and there is no communication device on the EVM...It… pic.twitter.com/EEB4Cn4AlT
— ANI (@ANI) June 16, 2024
गोरेगांव वहीं उद्धव गुट की तरफ से गोरेगांव जिस सेंटर में वोटों की गिनती हुई थी. उस सेंटर का सीसीटीवी वीडियो मांगा गया था. जिस पर रिटर्निंग ऑफिसर ने कहा कि हम कोर्ट ऑर्डर के बिन CCTV फुटेज किसी को नहीं दे सकते, पुलिस को भी नहीं. EVM कोई प्रोग्राम के लिए नहीं है और न ही इसको हैक किया जा सकता है.
रविंद्र वायकर को 48 वोटों से मिली है जीत:
उत्तर-पश्चिम सीट से शिंदे गुट के उम्मीवार रविंद्र वायकर 48 वोटों से जीत मिली है. जिस जीत को शिवसेना उद्धव के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर की तरफ से दावा किया गया है. वे चुनाव हारे नहीं हैं. बल्कि उन्हें हराया गया है.