कोलकाता के RG कर मेडिकल अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) ने एक बड़ा बयान दिया है. राष्ट्रपति मुर्मू ने इस पूरी घटना पर गहरी निराशा और भय व्यक्त करते हुए कहा कि अब बहुत हो चुका. बेटियों के खिलाफ ऐसे अपराध पूरी तरह अस्वीकार्य हैं.
राष्ट्रपति मुर्मू का बयान
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, "देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के बारे में कोई सभ्य समाज इन अत्याचारों को सहन नहीं कर सकता. यह पहला मौका है जब राष्ट्रपति ने इस घटना पर बयान दिया है." उन्होंने कहा कि कोलकाता में छात्र, डॉक्टर और नागरिक इस घटना के विरोध में सड़कों पर उतरे हुए हैं, जबकि अपराधी कहीं और घूम रहे हैं. अब समाज को ईमानदारी से आत्ममंथन की जरूरत है.
कोलकाता बलात्कार और हत्या का मामला
9 अगस्त को कोलकाता के RG कर मेडिकल अस्पताल के सेमिनार हॉल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु महिला डॉक्टर का शव मिला था. उनके कपड़े गायब थे और शरीर पर चोट के निशान थे. इस घटना के बाद, अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टरों ने गुस्से में हड़ताल कर दी. पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए हाई कोर्ट ने इसकी जांच CBI को सौंप दी. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए CBI से जांच की प्रगति रिपोर्ट मांगी. इसके बाद, CBI ने अदालत में एक स्थिति रिपोर्ट पेश की.
In a strong condemnation of the recent rape and murder of a trainee doctor in Kolkata, President Droupadi Murmu expressed her dismay and horror over the incident.
Speaking to news agency, President Murmu stated, "Enough is enough," highlighting the urgent need for a societal… pic.twitter.com/eI63tNQS5w— IndiaToday (@IndiaToday) August 28, 2024
संजय रॉय, RG कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का आरोपी, 8 और 9 अगस्त की रात को अलग-अलग बहानों से अस्पताल के अंदर गया था. इनमें से तीन बार वह अस्पताल के अंदर घूमने के बाद बाहर आया, लेकिन चौथी बार जब वह अस्पताल से बाहर गया, तब उसने प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की. जांच में यह भी खुलासा हुआ कि संजय रॉय ने घटना की रात अस्पताल के पास के एक रेड लाइट एरिया में भी गया और लौटते समय एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह बयान एक महत्वपूर्ण संदेश है कि समाज को ऐसी घटनाओं को लेकर गंभीरता से सोचना होगा और कठोर कदम उठाने होंगे. इस मुद्दे ने पूरे देश को झकझोर दिया है और अब न्याय की उम्मीदें बढ़ गई हैं.