डोडा: जम्मू कश्मीर में एक बार फिर सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबर है. जम्मू संभाग के जिला डोडा में मुठभेड़ शुरू हो चुकी है. जिला डोडा की तहसील गंडोह के टांटना में मुठभेड़ हो रही है. मुठभेड़ के दौरान एक एसओजी के घायल होने की खबर है. बता दें कि यह पिछले तीन दिनों में जम्मू-कश्मीर में यह चौथी मुठभेड़ है और कल से जम्मू संभाग के डोडा क्षेत्र में यह दूसरी मुठभेड़ है. J&K: घाटी में छिपे हो सकते हैं और आतंकी; पुलिस ने किया अलर्ट- गाड़ी स्टार्ट करने से पहले अच्छे से करें चेक.
एक अधिकारी ने बताया शाम करीब सात बजकर 41 मिनट पर भलेसा के कोटा टॉप इलाके से गोलीबारी की खबर मिली, जिस पर सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की. अंतिम रिपोर्ट मिलने तक दोनों पक्षों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी जारी थी. उन्होंने बताया कि घेराबंदी को मजबूत करने के लिए इलाके में अतिरिक्त बल भेजा गया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विशेष सूचना पर पुलिस और सेना की 4RR की संयुक्त टीम ने इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया. जैसे ही संयुक्त टीम संदिग्ध स्थान की ओर बढ़ी, छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी. शुरुआती गोलीबारी के दौरान, एक एसओजी कर्मी को गोली लग गई, उसे तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया.
जम्मू-कश्मीर में तीन दिनों में चौथी आतंकी घटना
पिछले 24 घंटों में डोडा में यह दूसरी आतंकवाद संबंधी घटना है और जम्मू-कश्मीर में तीन दिनों में चौथी घटना है. इससे पहले मंगलवार शाम को चत्तरगल्ला दर्रे में हुए आतंकवादी हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान और एक विशेष पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे. मंगलवार देर रात एक अन्य घटना में कठुआ जिले में सुरक्षा बलों ने एक संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी को मार गिराया. बुधवार को एक दूसरे आतंकवादी को भी मार गिराने के बाद रात भर चली मुठभेड़ समाप्त हो गई, लेकिन इस अभियान में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया.
डोडा में छिपे हैं आतंकी
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के ऊंचे इलाकों में तीन-चार आतंकवादियों का एक समूह मौजूद है और दुर्गम इलाके के बावजूद उनके सफाये के लिए तलाशी अभियान जारी है. पूरे इलाके में आधुनिक उपकरणों की मदद से तलाशी ली जा रही है और "हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही इस समूह (आतंकवादियों के) का सफाया कर देंगे."
डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक श्रीधर पाटिल ने कहा कि आतंकवादियों के समूह में तीन से चार सदस्य हैं. उन्होंने कहा, "हमें रणनीतिक तरीके से आगे बढ़ना होगा क्योंकि मैदानी और पहाड़ी इलाकों के अभियान में अंतर होता है. दुर्गम इलाकों में तलाशी में समय लगता है और आतंकवादियों के सफाये से पहले हमें अपनी ओर किसी भी तरह की क्षति से बचने के लिए सावधानी से आगे बढ़ना होगा."