मध्य प्रदेश के बिजली कर्मचारी अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर एक नबंवर से हड़ताल पर
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo credits: PTI)

भोपाल, 1 नवंबर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बिजली कर्मचारी अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार एक नबंवर से हड़ताल पर चले गए है. दीपावली के पहले बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से सरकार के सामने चुनौती खड़ी हो गई हैं. वही कांग्रेस (Congress) ने सरकार से बिजली कर्मचारियों की मांगे तुरंत मानने की मांग की है. यह भी पढ़े: मध्य प्रदेश: ग्वालियर में बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ तीन महिलाओं समेत 13 लोग गिरफ्तार

राज्य में 70 हजार से ज्यादा बिजली कर्मचारी हड़ताल पर है. इस हड़ताल के चलते न तो बिजली की गड़बड़ी में सुधार हो रहा है और न ही दफ्तरों में कामकाज हो पा रहा है. मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर बुलाई गई इस हड़ताल में नियमित के अलावा आउटसोर्स व संविदा कर्मचारी भी शामिल है. संगठन के संयोजक वी के एस परिहार का कहना है कि, बिजली कर्मचारी और अधिकारियों का अनिष्चितकालीन असहयोग आंदोलन जारी है. अभी तक शासन-प्रशासन की ओर से वार्ता के लिए कोई पहल नहीं की गई है.

जब तक पांचों मांगें पूरी नहीं होती है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. बिजली कर्मचारियों की मांग है कि बिजलीकर्मियों के महंगाई भत्ता एवं स्थगित वेतनवृद्धि के बकाया राशि के 50 प्रतिषत का भुगतान किया जाए. बिजलीकर्मियों के लिए 1 अप्रैल 2021 से 14 प्रतिशत एनपीएस का प्रावधान तुरंत लागू किया जाए. सभी संविदाकर्मियों के लंबित डीए की राशि भी दी जाए. आउटसोर्स कर्मियों के बोनस के भुगतान के साथ उनका अक्टूबर माह का वेतन भी दीपावली से पहले दिया जाए। कर्मचारियों को विद्युत देयकों में मिलने वाली 50 प्रतिषत छूट को बंद करने के निर्णय को तत्काल वापस लिया जाए.

बिजली कर्मचारियों की हड़ताल पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेषाध्यक्ष कमल नाथ ने कहा, रोशनी के पावन पर्व दीपावली के अवसर पर मध्यप्रदेश में विद्युत विभाग के अधिकारी-कर्मचारी अपनी माँगो को लेकर हड़ताल पर चले गये है. जनता से भारी भरकम बिजली बिलों की वसूली करने वाली शिवराज सरकार तत्काल बिजली अधिकारी-कर्मचारियों की डीए , वार्षिक वेतन वृद्धि के एरियर की राशि के भुगतान सहित अन्य सभी माँगो को तत्काल पूरा कर ,उन्हें उनका हक प्रदान करे.