‘सुपर-30’ के संस्थापक आनंद कुमार पर फर्जीवाड़े का आरोप, 26 नहीं सिर्फ 3 बच्चे ही हुए थे IIT-JEE में पास
IIT-JEE एडवांस परीक्षा के परिणाम आने के बाद जिस सुपर-30 ने कामयाबी का परचम लहराया था अब उसपर गंभीर आरोप लग रहे है. दरअसल सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार पर उन्हीं के छात्रों ने फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है.
पटना: IIT-JEE एडवांस परीक्षा के परिणाम आने के बाद जिस सुपर-30 ने कामयाबी का परचम लहराया था अब उसपर गंभीर आरोप लग रहे है. दरअसल सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार पर उन्हीं के छात्रों ने फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है. प्रोफेसर आनंद कुमार के द्वारा चलाई जा रही 'सुपर 30' में इस बार 30 में से 26 छात्रों के कामयाब होने का दावा किया गया था लेकिन सच्चाई यह है कि आनंद की संस्था से केवल इस साल के बैच से 3 छात्र ही पास हुए है.
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक सुपर-30 के छात्रों ने ही आनंद कुमार पर जालसाजी और फरेब का आरोप लगाया है. छात्रों ने कहा की आनंद ने यह सबकुछ अपनी लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए किया है. छात्रों के मुताबिक प्रोफेसर आनंद द्वारा उत्तीर्ण बताए गए 26 छात्रों में से केवल ओनोर्जित गोस्वामी, सूरज कुमार, यश कुमार और सूर्यकांत सुपर-30 का हिस्सा रहे है.
एक छात्र का आरोप है कि IIT-JEE एडवांस परीक्षा पास करनेवाला एक छात्र तो राजस्थान के कोटा के कोचिंग संस्थान से पढ़ाई की है मगर IIT-JEE परीक्षा के नतीजे घोषित किए जाने के बाद आनंद कुमार ने उसे अपने संस्था का बता कर मीडिया के समक्ष रखा. छात्रों का आरोप है कि ऐसा करने के लिए आनंद कुमार ने उस छात्र को स्कॉलरशिप में भारी भरकम रकम देने का वादा किया था.
वहीं आनंद अपने यहां एडमिशन लेने के लिए आए छात्रों को पहले एक दुसरे कोचिंग रामानुज क्लासेस में दाखिला लेने के लिए कहता था. इसके साथ ही उन्हें आश्वासन देता था कि इस कोचिंग संस्था में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को वह अपने सुपर-30 में लेगा. कोचिंग रामानुज की फीस 33000 रुपये बताई जा रही है.
ज्ञात हो की पिछले कई सालों की तरह इस साल भी पटना की 'सुपर 30' ने एक बार फिर सफलता का दावा किया था. आनंद कुमार ने फेसबुक पर लिखा, "ईमानदार कोशिश और बेहिसाब मेहनत एक साथ मिल जाए तो कामयाबी कदम चूम लेती है." अभिनेता ऋतिक रोशन ने भी आनंद कुमार और उनके छात्रों को बधाई दी थी. पटना स्थित सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में दाखिले के लिए गरीब और पिछड़े वर्ग से आने वाले मेधावी छात्रों को मुफ्त में कोचिंग प्रदान करने का दावा करते है.