नई दिल्ली: उत्तर पूर्व दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध और समर्थन में हुए हिंसा के बाद अब लोगों की जिंदगी धीरे- धीरे सामान्य होने लगी है. हालांकि अभी भी लोग इस हिंसा को लेकर डरे हुए हैं. लेकिन पुलिस के इस अपील के बाद कि उत्तर पूर्व दिल्ली अब हालत पूरी तरफ से सामान्य हो गए है. लोग अपने घरों से बाहर निकलकर काम पर जाए और अपनी दूकानों को खोले. जिसके बाद लोगो अब एक एक करके अपनी दूकानों को खोलने के साथ ही लोग धीरे- धीरे काम पर जाने शुरू कर रहे है. वहीं दिल्ली के इन इलाकों में अभी भी स्कूल बंद हैं. जो ऐहतियात के तौर पर इन इलाकों में 7 मार्च तक स्कूल आगे भी बंद रहेगें.
दिल्ली के इस हिंसा को देखते हुए शिक्षा निदेशालय और दिल्ली सरकार की तरफ से घोषणा की गई है कि उत्तर-पूर्वी जिले के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी मान्यता प्राप्त स्कूल 7 मार्च 2020 तक छात्रों के लिए बंद रहेंगे. वहीं इन स्कूल में होने वाली वार्षिक परीक्षाओं के बारे कहा गया है कि इसके लिए नई तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी. यह भी पढ़े: दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस एस. मुरलीधर का तबादला, दिल्ली हिंसा की सुनवाई में पुलिस को लगाई थी फटकार
शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार: उत्तर-पूर्वी जिले के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी मान्यता प्राप्त स्कूल 7 मार्च 2020 तक छात्रों के लिए बंद रहेंगे। जिले के स्कूलों के लिए वार्षिक परीक्षा की नई तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 29, 2020
बता दें कि उत्तर पूर्व दिल्ली में 23 फरवरी से सीएए के विरोध और समर्थन में लिए दो गुटों में हुए हिंसा के बाद दिल्ली में आगजनी के साथ ही तोड़-फोड़ की घटना घटित हुई. जिस घटना में अब तक 42 लोगों की जाने जा चुकी है. वहीं अभी भी दिल्ली के अस्पतालों में करीब 150 लोगों का इलाज चला रहा है. मरने वालों में एक दिल्ली पुलिस के जवान के साथ ही एक आईबी के कॉन्स्टेबल भी है. जिनकी जान उपद्रवियों के चलते गई है.