जब 96 छात्रों ने अपने बेस्ट फ्रेंड का नाम लिखा 'विक्रम', तो हुआ यह बड़ा खुलासा

बोर्ड एग्जाम के दौरान नकल करते पकड़ें जाना कोई नई बात नहीं है. लेकिन नकल के कुछ मामलें ऐसे भी होते है जो शिक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर देते है. आप सोच रहे होंगे यह मामला जरुर उत्तर प्रदेश या बिहार का होगा.

अंग्रेजी टॉपर नहीं बता पाया अपने नाम की स्पेलिंग (Photo Credits: IANS)

अहमदाबाद: बोर्ड एग्जाम के दौरान नकल करते पकड़ें जाना कोई नई बात नहीं है. लेकिन नकल के कुछ मामलें ऐसे भी होते हैं जो शिक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर देते हैं. आप सोच रहे होंगे यह मामला जरुर उत्तर प्रदेश या बिहार का होगा. लेकिन आप यहां गलत हैं क्योंकि यह मामला गुजरात का है. दरअसल, गुजरात बोर्ड की दसवीं की परीक्षा के दौरान अलग-अलग परीक्षा केंद्रों से करीब 230 से ज्यादा छात्र नकल करते पकड़े गए.

इसके बाद गुजरात सेकंड्री और हायर सेकंड्री परीक्षा बोर्ड (जीएसएचएसईबी) ने इन सभी छात्रों को बुलाकर उनसे सवाल-जवाब किए. इस दौरान एक केस ऐसा भी सामने आया जिसमें 96 लोगों ने अपने बेस्ट फ्रेंड का नाम विक्रम ही लिखा था. दरअसल यह सभी छात्र पंचमहल जिले के शेहरा तालुका के कवाली सेंटर के थे. सभी को अंग्रेजी की परीक्षा में नकल करते पकड़ा गया था.

अंग्रेजी के पेपर में ‘माई बेस्ट फ्रेंड’ पर निबंध लिखने को कहा गया था. जिसका सभी 96 छात्रों ने एक जैसा ही उत्तर लिखा था. सभी ने अपने बेस्ट फ्रेंड का नाम विक्रम लिखा था. पेपर चेकिंग के दौरान इस पूरे मामलें से पर्दा उठा. कुछ ऐसा ही सभी छात्रों ने हिंदी और संस्कृत की परीक्षाओं में भी किया था और सबने अपने उत्तर एक सामान लिखे थे.

ऐसा ही कुछ अंग्रेजी में अच्छे मार्क्स पानेवाले छात्र का भी था. जिसने सभी प्रश्नों का उत्तर बहुत अच्छे से लिखा था परंतु हकीकत में वह अपने नाम की भी स्पेलिंग सही से नहीं बता सका. यहां तक कि वह अंग्रेजी के कई आसान शब्दों की स्पेलिंग सही से नहीं बता पाया.

गुजरात बोर्ड ने 28 मई को नतीजे घोषित किए थे. बोर्ड के मुताबिक इस बार भी लड़कियों ने लड़कों को पीछे छोड़ दिया. दसवीं की इस परीक्षा में 60.63% लड़कियों ने बाजी मारी है, वहीं 45.88% प्रतिशत लड़कों ने ये परीक्षा पास की है. सावनी हिल ईश्वरभाई ने 600 में से 594 अंक पाकर टॉप किया.

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