नई दिल्ली, 23 अगस्त: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर घोटाले के सिलसिले में मुख्य आरोपियों में से एक नितिन भटनागर को गिरफ्तार किया है एक अधिकारी ने यह जानकारी दी भटनागर कथित तौर पर एक निजी बैंकर और एलिंगटन प्रॉपर्टीज के संस्थापक हैं उन पर सह-अभियुक्तों के लिए हवाला लेनदेन करने का आरोप है. यह भी पढ़े: Mamata Banerjee's Chopper Makes Emergency Landing: ममता बनर्जी के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग
हालांकि ईडी ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन सूत्रों ने कहा कि जब उन्होंने उसे इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया तो वह विदेश भागने की कोशिश कर रहा था ईडी को उसकी 10 दिन की कस्टडी रिमांड मिल गई है और अब रिकॉर्ड, सबूत आदि से उसका आमना-सामना कराया जाएगा.
बताया जाता है कि भटनागर का संबंध रतुल पुरी और राजीव सक्सेना से है मंगलवार को ईडी ने उसे विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया।दलीलों के दौरान ईडी की ओर से कहा गया कि मामले की उचित जांच के उद्देश्य से उसकी हिरासत में पूछताछ आवश्यक है.
ईडी ने कहा कि आरोपियों का सामना भारी दस्तावेजों और रिकॉर्ड से कराया गया आरोपी की ओर से पेश वकील ने ईडी का विरोध करते हुए कहा कि उनके मुवक्किल से कुछ भी पूछताछ करने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनके मुवक्किल से ईडी पहले ही कई मौकों पर विस्तार से पूछताछ कर चुकी है.
आईएएनएस द्वारा प्राप्त आदेश की प्रति में कहा गया है, "ऐसा प्रतीत होता है कि 2012 में प्रिस्टिन रिवर इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के नाम से एक बैंक खाता बैंक ऑफ सिंगापुर में खोला गया था और नितिन भटनागर ने रिलेशनशिप मैनेजर होने के नाते इसकी सुविधा प्रदान की थी। उक्त कंपनी का स्वामित्व सवाना ट्रस्ट के पास था, जिसमें रतुल पुरी (सह-अभियुक्तों में से एक) सेटलर थे, जबकि जॉन डॉचेर्टी और मिलन मोर्जारिया संरक्षक थे.
इसमें आगे लिखा है कि कथित रूप से यह रकम सह-अभियुक्त राजीव सक्सेना के अपराध की आय है इसके बाद विशेष पीएमएलए अदालत ने ईडी को भटनागर की 10 दिन की हिरासत दी थी ईडी अब उनसे मामले से जुड़े डिजिटल उपकरणों, दस्तावेजों और अन्य रिकॉर्डों के बारे में पूछताछ करे.