EC On DGP Rashmi Shukla: महाराष्ट्र चुनाव से पहले डीजीपी रश्मि शुक्ला पर गिरी गाज, इलेक्शन कमीशन के आदेश के बाद प्रभाव से ट्रांसफर

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले DGP रश्मि शुक्ला पर बड़ी गाज गिरी है. चुनाव आयोग ने उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश दिए हैं. रश्मि को हटाने के साथ ही आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव से भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 3 वरिष्ठ अफसरों के नाम मांगे हैं.

(Photo Credits ANI)

EC On DGP Rashmi Shukla:  महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले DGP रश्मि शुक्ला पर बड़ी गाज गिरी है. चुनाव आयोग ने उन्हें तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया  हैं.  रश्मि को हटाने के साथ ही आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव से भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 3 वरिष्ठ अफसरों के नाम मांगे हैं. कल मंगलवार दोपहर एक बजे तक 3 सीनियर आईपीएस अफसरों के पैनल से डीजीपी के तौर पर नियुक्ति के लिए नाम मांगे गए हैं.

खबर है कि कांग्रेस और अन्य दलों की ओर से की गई शिकायतों पर एक्शन लेते हुए, चुनाव आयोग ने डीजीपी रश्मि शुक्ला के खिलाफ यह कार्रवाई हुई है. क्योंकि हाल के दिनों में MVA के कई नेताओं ने रश्मि शुक्ला के बारे में शिकायत की थी. उनके रहते हुए राज्य में निष्पक्ष चुनाव नहीं सकते हैं. विपक्ष के शिकायतों के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला को तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया गया है.  यह भी पढ़े: Trupti Sawant joined MNS: महाराष्ट्र चुनाव से पहले BJP को लगा बड़ा झटका, राज ठाकरे की पार्टी मनसे में शामिल हुईं पूर्व विधायक तृप्ति सावंत

DGP रश्मि शुक्ला का ट्रांसफर

विपक्ष केनेताओं में  महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य में 20 नवंबर को होने वाले चुनावों के मद्देनजर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि शुक्ला को हटाने की मांग की थी. उन्होंने आयोग को लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया कि वह एक विवादास्पद अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान बीजेपी का पक्ष लिया और उनके पद पर बने रहने से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने पर संदेह पैदा होगा.

उद्धव गुट ने भी रश्मि शुक्ला को हटाने की मांग की थी:

महा विकाश अघाड़ी में शामिल विपक्ष की पार्टियों में शिवसेना (उद्धव ठाकरे) ने भी  DGP रश्मि शुक्ला को पद से हटाने की मांग चुनाव अयोग से की थी. शिवसेना UTB ने भी उनकी निष्पक्षता पर सवालउठाते हुए उन्हें महाराष्ट्र DGP के पद से हटाने की मांग की थी. ताकि राज्य में निष्पक्ष तरीके से चुनाव हो सके. हालांकि विपक्ष के मांग का बीजेपी ने विरोध किया था.

Share Now

\