भारत में हर साल 12 हजार करोड़ की ड्रग्स की जाती है नष्ट

भारत में हर साल मादक पदार्थों पर कार्रवाई करने वाली एजेंसियां करीब 10 लाख किलोग्राम ड्रग्स नष्ट करती है.

देश Deutsche Welle|
भारत में हर साल 12 हजार करोड़ की ड्रग्स की जाती है नष्ट
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

भारत में हर साल मादक पदार्थों पर कार्रवाई करने वाली एजेंसियां करीब 10 लाख किलोग्राम ड्रग्स नष्ट करती है. इन ड्रग्स की कीमत खुले बाजार में करीब 12,000 करोड़ है.भारत में ड्रग्स तस्कर नए-नए उपाय अपना रहे हैं. कई बार वे विदेशों से ड्रग्स को विमानों, बंदरगाहों और सीमा पार से ड्रोन के जरिए भारत में पहुंचाने में सफल हो जाते हैं. लेकिन ड्रग्स के खिलाफ एजेंसियों की बढ़ती सतर्कता की वजह से ड्रग्स की बड़ी खेप भी पकड़ी गई है.

सोमवार 17 जुलाईको देश के अलग-अलग हिस्सों में 1.40 लाख किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट किया गया. इन नशीले पदार्थों की कीमत 2,381 करोड़ रुपये थी. सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'ड्रग तस्करी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा' पर क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता की.

इस मौके पर अमित शाह की मौजूदगी में वर्चुअल रूप से एनसीबी द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में मादक पदार्थों को नष्ट किया गया, जो एक दिन में सर्वाधिक ड्रग नष्ट करने का रिकॉर्ड है.

कहां कितने मादक पदार्थ नष्ट किए गए

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक नष्ट किए गए मादक पदार्थ में एनसीबी की असम इकाई द्वारा 1,486 किलो, गुजरात यूनिट द्वारा 4,277 किलो, हरियाणा यूनिट द्वारा 2,458 किलो, जम्मू-कश्मीर इकाई द्वारा 4,069 किलो, चंडीगढ़ में 229 किलो, गोवा में 25 किलो, मध्य प्रदेश यूनिट द्वारा 1,03,884 किलो बरामद की गई ड्रग्स को नष्ट किया गया.

सोमवार को की गई इस कार्रवाई के बाद मात्र एक साल में नष्ट किए गए नशीले पदार्थों की कुल मात्रा बढ़कर 10 लाख किलोग्राम हो गई है, जिसकी कीमत 12,000 करोड़ रुपये है.

गृह मंत्री अमित शाह के मुताबिक भारत जैसे देश में मादक पदार्थों की तस्करी और इस्तेमाल से ना सिर्फ आने वाली नस्लें बरबाद होती हैं, बल्कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा भी प्रभावित होती है.

अमित शाह ने बताया कि 2006 से 2013 के बीच कुल 1250 मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2014 से 2023 के 9 सालों में 3,700 मामले दर्ज हुए हैं, जो 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. उनके मुताबिक पहले कुल 1,360 गिरफ्तारी हुई थी, जो अब 5,650 हो गई हैं, जो 300 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.

उन्होंने कहा कि जब्त ड्रग्स की मात्रा पहले 1.52 लाख किलोग्राम थी, जो अब 160 प्रतिशत बढ़कर 3.94 लाख किलोग्राम हो गई है. सरकार का कहना है कि 2006 से 2013 के बीच 5,900 करोड़ रूपये की ड्रग्स को नष्ट किया गया था, 2014 से 2023 के बीच 18,100 करोड़ रुपये की ड्रग्स को पकड%BC+%E0%A4%95%E0%A5%80+%E0%A4%A1%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B8+%E0%A4%95%E0%A5%80+%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A4%E0%A5%80+%E0%A4%B9%E0%A5%88+%E0%A4%A8%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%9F', 900, 500);" href="javascript:void(0);" title="Share on Facebook">

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भारत में हर साल 12 हजार करोड़ की ड्रग्स की जाती है नष्ट
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

भारत में हर साल मादक पदार्थों पर कार्रवाई करने वाली एजेंसियां करीब 10 लाख किलोग्राम ड्रग्स नष्ट करती है. इन ड्रग्स की कीमत खुले बाजार में करीब 12,000 करोड़ है.भारत में ड्रग्स तस्कर नए-नए उपाय अपना रहे हैं. कई बार वे विदेशों से ड्रग्स को विमानों, बंदरगाहों और सीमा पार से ड्रोन के जरिए भारत में पहुंचाने में सफल हो जाते हैं. लेकिन ड्रग्स के खिलाफ एजेंसियों की बढ़ती सतर्कता की वजह से ड्रग्स की बड़ी खेप भी पकड़ी गई है.

सोमवार 17 जुलाईको देश के अलग-अलग हिस्सों में 1.40 लाख किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट किया गया. इन नशीले पदार्थों की कीमत 2,381 करोड़ रुपये थी. सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'ड्रग तस्करी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा' पर क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता की.

इस मौके पर अमित शाह की मौजूदगी में वर्चुअल रूप से एनसीबी द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में मादक पदार्थों को नष्ट किया गया, जो एक दिन में सर्वाधिक ड्रग नष्ट करने का रिकॉर्ड है.

कहां कितने मादक पदार्थ नष्ट किए गए

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक नष्ट किए गए मादक पदार्थ में एनसीबी की असम इकाई द्वारा 1,486 किलो, गुजरात यूनिट द्वारा 4,277 किलो, हरियाणा यूनिट द्वारा 2,458 किलो, जम्मू-कश्मीर इकाई द्वारा 4,069 किलो, चंडीगढ़ में 229 किलो, गोवा में 25 किलो, मध्य प्रदेश यूनिट द्वारा 1,03,884 किलो बरामद की गई ड्रग्स को नष्ट किया गया.

सोमवार को की गई इस कार्रवाई के बाद मात्र एक साल में नष्ट किए गए नशीले पदार्थों की कुल मात्रा बढ़कर 10 लाख किलोग्राम हो गई है, जिसकी कीमत 12,000 करोड़ रुपये है.

गृह मंत्री अमित शाह के मुताबिक भारत जैसे देश में मादक पदार्थों की तस्करी और इस्तेमाल से ना सिर्फ आने वाली नस्लें बरबाद होती हैं, बल्कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा भी प्रभावित होती है.

अमित शाह ने बताया कि 2006 से 2013 के बीच कुल 1250 मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2014 से 2023 के 9 सालों में 3,700 मामले दर्ज हुए हैं, जो 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. उनके मुताबिक पहले कुल 1,360 गिरफ्तारी हुई थी, जो अब 5,650 हो गई हैं, जो 300 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.

उन्होंने कहा कि जब्त ड्रग्स की मात्रा पहले 1.52 लाख किलोग्राम थी, जो अब 160 प्रतिशत बढ़कर 3.94 लाख किलोग्राम हो गई है. सरकार का कहना है कि 2006 से 2013 के बीच 5,900 करोड़ रूपये की ड्रग्स को नष्ट किया गया था, 2014 से 2023 के बीच 18,100 करोड़ रुपये की ड्रग्स को पकड़कर नष्ट किया गया है.

एनसीबी की क्षेत्रीय इकाइयों और राज्यों के नशीले पदार्थ रोधी कार्यबलों ने 1 जून 2022 से 15 जुलाई 2023 के बीच सामूहिक रूप से लगभग 9,580 करोड़ रुपये के मूल्य के करीब 8,76,554 किलो नशीले पदार्थ नष्ट किए.

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