उत्तरकाशी, 24 नवंबर: उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल हादसे के 13वें दिन शुक्रवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा. टनल के बाहर तमाम विशेषज्ञ और रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी एजेंसी और टीम सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने में जुटी हैं. लेकिन, एक बार फिर 47 मीटर पर ड्रिलिंग रूक गई है.
दरअसल, टनल में नौवां पाइप ड्रिल किया जा रहा है. लेकिन, कुछ परेशानियों के कारण ड्रिलिंग रोक दिया गया है. एनएचआईडीसीएल के महाप्रबंधक कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि मशीन के आगे बार-बार लोहे की चीजें आने से कार्य प्रभावित हो रहा है. अभी 47 मीटर तक ड्रिलिंग हुई है. करीब दस मीटर तक और ड्रिलिंग शेष है. Aluminum Chloride Leak: तमिलनाडु में रसायन फैक्टरी में एल्युमीनियम क्लोराइड का रिसाव, इलाके में दहशत का माहौल
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Geophysicist, GPR survey team member B Chendhoor says, "We were called because something got stuck in the auger machine. GPR helps us know how far the metallic object is...GPR basically scans, therefore two people are needed one… pic.twitter.com/32HDnQceXa
— ANI (@ANI) November 24, 2023
दूसरी तरफ सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि यह अत्यंत चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा रेस्क्यू अभियान है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में टीमें पूरी दक्षता और क्षमता से लगी हुई हैं.
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | On drone technology that is being used in the rescue operation, Cyriac Joseph, MD & CEO, Squadrone Infra Mining Pvt Ltd says, "This is a new technology, it goes into GPS denied areas, it is used in underground tunnel & underground… pic.twitter.com/1tNucKgQgx
— ANI (@ANI) November 24, 2023
मजदूरों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए सुरंग के पास ही एक अस्थाई हॉस्पिटल भी बनाया गया है. जहां पर कई डॉक्टर और स्टाफ की टीम तैनात है. इसके साथ ही दो हेलीकॉप्टर मौके पर खड़े किए गए हैं. किसी भी हालत में इन हेलीकॉप्टर के माध्यम से इन सभी मजदूरों को ऋषिकेश एम्स या फिर देहरादून के मैक्स अस्पताल भेजा जा सकता है.