
Ulhasnagar Dog Attack: मुंबई से सटे उल्हासनगर में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है, जिससे लोग काफी चिंतित हैं और दिन हो या फिर रात घर से बाहर निकलने से डरते हैं. क्योंकि सड़क पर चलते हुए आवारा कुत्ते अचानक उनके पास आते हैं और हमला कर देते हैं. उल्हासनगर नगर निगम द्वारा संचालित अस्पतालों के आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी से अब तक 335 कुत्ते के काटने के मामले दर्ज किए गए हैं. हैरान कर देने वाली बात यह है कि 10 फरवरी को अकेले एक ही दिन 135 नागरिकों को आवारा कुत्तों ने अपना शिकार बनाया. वहीं, 2024 में अब तक 21,411 कुत्ते के काटने की घटनाएं रिपोर्ट हुई हैं.
नगरपालिका के प्रति गुस्सा में लोग
उल्हासनगर में आवारा कुत्तों के हमलों की बढ़ती घटनाओं को लेकर स्थानीय लोग गुस्से में हैं. लोग नगरपालिका से इस समस्या के बारे में बार-बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन समाधान के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, जिससे लोग काफी नाराज हैं. यह भी पढ़े: Dog Attack in Gwalior: ग्वालियर में 7 साल के बच्चे पर कुत्तों का हमला, 18 घाव पर लगे 108 टांके, लहुलुहान हुआ बच्चा
जानें कुत्तों की संख्या में वृद्धि की वजह
उल्हासनगर सेंट्रल अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि पिछले छह से सात महीनों से नगर निगम का कुत्ता नसबंदी विभाग काम नहीं कर रहा है, जिसके कारण इलाके में आवारा कुत्तों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है.
उल्हासनगर सेंट्रल अस्पताल के डीन ने क्या कहा
उल्हासनगर सेंट्रल अस्पताल के डीन डॉ. मनोहर बंसोडे ने बताया कि 2024 में इस शहर में कुत्तों के काटने के 21,411 मामले सामने आए हैं. मरीजों को एंटी-रेबीज इंजेक्शन दिए गए और कुछ को विभिन्न अस्पतालों में रेफर किया गया। 10 फरवरी को 135 लोगों को कुत्तों ने काटा, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
पालतू कुत्ते भी काटने के जिम्मेदार
हालांकि, हाल ही में मिले आंकड़े बताते हैं कि पिछले छह महीने में एर्नाकुलम जनरल हॉस्पिटल द्वारा रिपोर्ट किए गए कुत्ते के काटने के मामलों में से सिर्फ आवारा कुत्ते ही जिम्मेदार नहीं थे. आंकड़ों के अनुसार, 75.6 प्रतिशत मामलों में पालतू कुत्तों ने काटा, न कि आवारा कुत्ते.