देवरिया जेल में डीएम ने 300 सिपाहियों के साथ बोला धावा, कैदियों के पास था मोबाइल और चाकू
पूर्वाचल के गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन मोड में आती दिख रही है. गुरुवार को देवरिया जिला जेल में डीएम और एसपी ने तीन सौ सिपाहियों और दर्जनों दरोगा के साथ छापेमारी की.
लखनऊ: पूर्वाचल के गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन मोड में आती दिख रही है. गुरुवार को देवरिया जिला जेल में डीएम और एसपी ने तीन सौ सिपाहियों और दर्जनों दरोगा के साथ छापेमारी की. इसदौरान सभी बैरकों की सघन तलाशी ली गई. जिसमें कई प्रतिबंधित वस्तुएं बरामद हुई है.
जानकारी के मुताबिक डीएम सुजीत कुमार व एसपी रोहन पी कनय की अगुवाई में सुबह आठ बजे के करीब 300 सिपाहियों ने देवरिया स्थित जिला जेल में छापा मारा. अचानक हुई इस कार्यवाही से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. वहीं ऐसा पहली बार हुआ जब जेल में तलाशी के लिए सीढ़ी का इस्तेमाल किया गया.
देवरिया जेल में कई हाई प्रोफाइल अपराधी बंद है. यही पर बाहुबली नेता अतीक अहमद, जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव के साथ शातिर बदमाश मुलायम यादव को रखा गया है. पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के बैरक से जियो कंपनी का एक सिम कार्ड, चार पैन ड्राइव जब्त किया है. इसके अलावा जेल के अन्य बैरको से एक मोबाइल, तीन सिम कार्ड, चाकू, कैंची समेत कई संदिग्ध सामान मिले है.
यह छापेमारी करीब साढ़े तीन घंटे चली. डीएम सुजीत कुमार ने बताया कि सभी सामान को जब्त कर लिया गया है और मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है. यह कोई पहला मामला नहीं है जब देवरिया जेल में प्रतिबंधित सामान बरामद हुआ है.
गत 9 जुलाई को बागपत जिले की जेल में प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस वारदात के बाद जेल प्रशासन से लेकर लखनऊ तक अधिकारियों में हड़कंप मच गया. इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए जेलर उदय प्रताप सिंह, डिप्टी जेलर शिवाजी यादव, हेड वार्डन अरजिंदर सिंह, वार्डन माधव कुमार को निलंबित कर दिया गया. न्यायिक जांच के आदेश दिए गए है.