Delhi Air Pollution: दिवाली से पहले एक बार फिर दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है. यहां प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. बवाना में हालात सबसे खराब हैं, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 380 तक पहुंच गया है. यह स्तर बुजुर्गों और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने 'एक्स' पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिल्ली में प्रदूषण का कहर हर साल बढ़ता जा रहा है, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है. राजधानी, जहां केंद्र सरकार स्थित है, वहां की हवा इतनी खराब हो गई है कि अब पूरी दुनिया में भारत की छवि पर सवाल उठ रहे हैं.
उन्होंने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, "दुनियाभर में देश का डंका पीटने का दावा करनेवाली भाजपा सरकार राजधानी में ही देश की तस्वीर को धुंध से धुंधला होने से बचा नहीं पा रही."
दिवाली से पहले दिल्ली की हवा हुई जहरीली
प्रिय देश-प्रदेशवासियों,
दिल्ली में प्रदूषण का कहर ‘वार्षिक’ विषय बन गया है। देश की केंद्र सरकार जहाँ बैठती है जब वहीं पर्यावरण को साफ़ और सेहतमंद रखने के लिए केंद्र सरकार कुछ नहीं कर पा रही है तो बाक़ी देश का क्या। इसे कहते हैं चिराग़ तले अंधेरा या कहिए धुंधलका।
दुनियाभर में… pic.twitter.com/n6ImxlFFAn
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 27, 2024
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि अब इस प्रदूषण का असर यूपी तक पहुंचने लगा है. यमुना नदी के जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण ने न केवल आम लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित किया है, बल्कि ताजमहल जैसे ऐतिहासिक धरोहरों को भी नुकसान पहुंच रहा है. उन्होंने यूपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अब तो धुंध का बहाना मिल गया है, जिससे वे अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करेंगे. अखिलेश यादव ने जनता से अपील की कि वे खुद अपनी और अपने परिवार की सेहत का ध्यान रखें.
उन्होंने सलाह दी कि इस धुंध में वाहन चलाते समय सतर्क रहें और सांस की बीमारियों से खुद को बचाएं. इसके साथ ही बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों का ध्यान रखने की अपील की. अखिलेश यादव ने अपने संदेश के अंत में भाजपा सरकार को "नाकाम" करार दिया और जनता से कहा कि वे सरकार पर निर्भर न रहें, बल्कि खुद अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा का ख्याल रखें.