नई दिल्ली, 22 अक्टूबर : दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर गाजियाबाद में सामूहिक बलात्कार मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने का अनुरोध किया है. आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने घटनाक्रम को चौंकाने वाला और बहुत परेशान करने वाला करार दिया है. स्वाति मालीवाल ने अपने पत्र में अनुरोध किया है कि इस बात की जांच की जानी चाहिए कि पीड़िता को किसने चोट पहुंचाई और उसके गुप्तांग में लोहे की रॉड जैसी वस्तु डालने के लिए कौन जिम्मेदार था, जिसे जीटीबी अस्पताल ने निकाला था. वहीं यदि संदेह से परे यह साबित हो जाता है कि लड़की पुरुषों के खिलाफ साजिश रचने में सक्रिय रूप से शामिल थी और वह पीड़ित नहीं है, बल्कि अपराधी है, तो महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 182 के तहत कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, गाजि़याबाद वाली महिला की एमएलसी गंभीर चोटों को दर्शाती है. इसमें कहा गया है कि वह रस्सियों में बंधी थी, गर्दन और जांघों पर खरोंच थी, खून बह रहा था और उसके शरीर से 5-6 सेमी की लोहे की छड़ निकाली गई थी. हमने उत्तर प्रदेश पुलिस को नोटिस जारी किया था. हालांकि उनका दावा है कि मामला झूठा है. ये बहुत ही परेशान करने वाला और चौंकाने वाला है. यह भी पढ़ें : Ayodhya Diwali 2022: अयोध्या में फिर बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड, CM योगी ने DP बदलकर बनाया माहौल, दीपोत्सव के लिए दिया खुला न्यौता
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने का अनुरोध किया है. यदि वास्तव में यह साबित हो जाता है कि लड़की ने संपत्ति विवाद को निपटाने के लिए फर्जी मामला दर्ज किया है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए."